EVM के खिलाफ अखिलेश की मुहीम को झटका, बैठक में नहीं पहुंचे बसपा व कांग्रेस के नेता

ईवीएम के खिलाफ बैठक
बैठक में हिस्सा लेते विभिन्न पार्टियों के वरिष्ठ नेतागण। (फोटो-आरयू)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। विधानसभा चुनाव के बाद से ईवीएम में गड़बड़ी होने की आशंका जता कर बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करने वाले पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव को आज बसपा और कांग्रेस ने झटका दिया है। अखिलेश यादव की ओर से जनेश्‍वर मिश्र ट्रस्‍ट में बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में बसपा के साथ ही कांग्रेस का भी कोई नेता हिस्‍सा लेने नहीं पहुंचा। हालांकि भाकपा, राकपा, रालोद, आप, राजद समेत करीब दर्जन भर अन्‍य पार्टियों के नेताओं ने बैठक में पहुंचकर सपा के वरिष्‍ठ नेताओं से विचार विमर्श किया।

फिर से होगी बैठक

सपा के मुख्‍य प्रवक्‍ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि बैठक में शामिल दल के साथ ही अन्‍य विपक्षी दल भी पहले से ही ईवीएम द्वारा चुनाव की निष्पक्षता एवं विश्वसनीयता पर संदेह व्यक्‍त करते रहे हैं। वहीं बैठक में शामिल दलों के प्रतिनिधियों ने अखिलेश यादव को पहल करने के लिए धन्यवाद दिया और तय हुआ कि एक बार फिर इस संबंध में बैठक होगी। बैठक में शामिल कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) को छोड़कर सभी दल इस बात पर सहमत हुए हैं कि चुनाव ईवीएम के स्थान पर बैलेट पेपर से हों।

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चुनाव में बढ़ती जा रही धांधली की आशंका

राजेंद्र चौधरी ने अपने बयान में कहा कि अखिलेश यादव की पहल के पीछे मंशा है कि चुनाव की निष्पक्षता, पवित्रता और विश्वसनीयता बनी रहे। जनता के मन में ईवीएम को लेकर जो संदेह हैं उससे लोकतंत्र को खतरा है। चुनाव में धांधली की आशंका बढ़ती जा रही है। अगर मतदाता का भरोसा उस पर नहीं रहा तो फिर चुनाव के परिणामों पर भी भरोसा नहीं होगा। वैसे भी मतदाता को ईवीएम की न आदत है, न अभ्यास है और न ही यकीन। लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी है कि मतदान में किसी तरह का छल न हो।

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ये दिग्‍गज बैठक में हुए शामिल

बैठक में अखिलेश यादव के अलावा आजम खां, रामगोविंग चौधरी, अहमद हसन, नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी, एसआरएस यादव समेत भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से राकेश, राष्ट्रीय जनता दल से अशोक कुमार सिंह, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से रमेश दीक्षित, कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) से एसपी कश्यप, आम आदमी पार्टी से गौरव माहेश्वरी, जनवादी पार्टी से डॉ, संजय चौहान, राष्ट्रीय लोक दल से डॉ. मसूद अहमद, आरबीएम (गैर राजनीतिक) से नसीमुद्दीन सिद्दीकी, जनता दल यू (शरद यादव) से सुरेश निरंजन, अपना दल से पल्लवी पटेल, पीस पार्टी से डॉ. मोहम्मद अयूब एवं निषाद पार्टी से डॉ. संजय कुमार निषाद शामिल हुए।

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