आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र 28 नवंबर से शुरू होगा। बुधवार को इसकी घोषणा कर दी गई है। माना जा रहा है कि कल अयोध्या में होने वाली योगी कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है।
बताया जा रहा है इस बार के शीतकालीन सत्र के दौरान प्रमुख आपराधिक कानूनों के स्थान पर लाए गए तीन प्रमुख विधेयकों पर सत्र के दौरान विचार किए जाने की संभावना है। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र नवंबर के तीसरे सप्ताह में शुरू होता है और क्रिसमस (25 दिसंबर) से पहले समाप्त हो जाता है।
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वहीं संसद में लंबित एक अन्य प्रमुख विधेयक मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से संबंधित है। मानसून सत्र में पेश किए गए इस विधेयक को सरकार ने विपक्ष और पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों के विरोध के बीच संसद के विशेष सत्र में पारित करने पर जोर नहीं दिया। सरकार इस विधेयक के माध्यम से मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों के दर्जे को कैबिनेट सचिव के बराबर लाना चाहती है।