आरयू वेब टीम। जस्टिस यूयू ललित देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। चीफ जस्टिस एनवी रमना ने उनके नाम की सिफारिश अपने उत्तराधिकारी के तौर पर की है। जस्टिस यूयू ललित भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। इसी महीने एनवी रमना रिटायर हो रहे हैं। वरिष्ठता क्रम के अनुसार जस्टिस यूयू ललित ही मुख्य न्यायधीश बनने के दावेदार थे।
जस्टिस यूयू ललित इस समय सुप्रीम कोर्ट के दूसरे वरिष्ठतम जज हैं। चीफ जस्टिस एन वी रमना ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस यूयू ललित के नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को भेज दी है। 27 अगस्त को शपथ लेने वाले जस्टिस ललित का चीफ जस्टिस के रूप में कार्यकाल आठ नवंबर तक होगा।
जस्टिस यूयू ललित का कार्यकाल तीन महीने का होगा। ललित इसी साल नवंबर में रिटायर हो जाएंगे। बता दें कि अगने चार महीने में भारत के तीन चीफ जस्टिस होंगे। 26 अगस्त को चीफ जस्टिस एन. वी. रमना के रिटायर होने के बाद 27 अगस्त को जस्टिस यूयू ललित चीफ जस्टिस बनेंगे, वहीं यूयू ललित के बाद जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ भारत के चीफ जस्टिस बनेंगे।
जस्टिस यूयू ललित देश के ऐसे दूसरे सीजेआई होंगे, जो बार काउंसिल से आकर जज बने और फिर चीफ जस्टिस बनने का मौका मिला। इससे पहले मार्च 1964 में ऐसा हुआ था, तब जस्टिस एस.एम सीकरी को बार काउंसिल से निकलकर जज बनने का मौका मिला था और फिर वह सीजेआई भी बने थे। जस्टिस एस.एम. सीकरी जनवरी, 1971 को देश के मुख्य न्यायाधीश बने थे।
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नौ नवंबर, 1957 को जन्मे जस्टिस यूयू ललित ने जून 1983 में एडवोकेट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। वह 1985 तक बॉम्बे हाई कोर्ट के वकील थे। इसके बाद वग 1986 में दिल्ली आए थे और अप्रैल 2004 में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट के तौर पर प्रैक्टिस की शुरुआत की थी। टू जी स्पेक्ट्रम घोटाले में उन्हें विशेष सरकारी अधिवक्ता के तौर पर सीबीआई का पक्ष रखने का मौका मिला था।