आरयू ब्यूरो,लखनऊ। जेल में बंद मुख्तार अंसारी पर प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कसता जा रहा है। ईडी ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्तार अंसारी से जुड़े 15 ठिकानों पर छापेमारी की। छापे की ये कार्रवाई दिल्ली से लेकर, लखनऊ व गाजीपुर तक की गई। जांच एजेंसी अंसारी से जुड़े लोगों पर अपना शिकंजा कस रही है। ईडी को पता चला है कि अंसारी के लोगों ने पैसों का हेर-फेर किया है।
जांच एजेंसी एक महीने पहले बाहुबली नेता के भाई सांसद अफजाल अंसारी व परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ कर चुकी है। छापे की इन 15 जगहों में अंसारी का पैतृक आवास और उनके तीन करीबियों के आवास भी शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक ईडी की टीम गुरुवार सुबह लखनऊ के डालीबाग स्थित मुख्तार के अपार्टमेंट व उनके करीबी समेत अन्य जगाहों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। कहा जा रहा है कई घंटे चली इस कार्रवाई में ईडी ने मौके पर मिले लोगों से गहनता से पूछताछ करने के साथ ही कागजात, कंप्यूटर-लैपटॉप व अन्य सामानों की जांच की। कार्रवाई के दौरान पुलिस के सुरक्षबालों के जवानों के अलावा पुलिस भी मौजूद रही।
इसी क्रम में गाजीपुर के मुहम्मदाबाद स्थित मुख्तार अंसारी के घर आज पहुंची ईडी की टीम ने छापे की कार्रवाई शुरू की। वहीं, ईडी के अफसर विक्रम अग्रहरि, गणेश मिश्रा, खान बस सर्विस के मालिक के ठिकानों पर भी पहुंची।
मनीलॉन्ड्रिंग मामले में ईडी मुख्तार अंसारी के दोनों बेटों से पूछताछ कर चुकी है। उनसे पूछताछ के दौरान एक कंपनी के बारे में पता चला था। इस कंपनी के जरिए पैसों की लेन-देन की बात सामने आई थी। इस मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए ईडी ने अंसारी से जुड़ी संपत्तियों का ब्योरा एलडीए से मांगा था। इसके बाद से ही छापेमारी का अंदेशा जताया जा रहा था।
इस फर्म में अंसारी की पत्नी और उनके साले की भूमिका की जांच भी हो रही है। बताया जा रहा है कि जांच में ईडी के हाथ कुछ दस्तावेज लगे हैं और इन दस्तावेजों को खंगालते हुए वह पैसों की लेन-देन की कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही है। ईडी ने मार्च 2021 में अंसारी के खिलाफ मनीलॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।
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बाहुबली नेता पर आरोप है कि उन्होंने 2020 में जाली दस्तावेज तैयार कर सरकारी जमीन पर कब्जे का प्रयास किया था। उन पर लखनऊ में धोखाधड़ी कर संपत्ति पर कब्जा करने को लेकर भी केस दर्ज है। अंसारी पर विधायक निधि का दुरुपयोग करने का भी आरोप है। इनमें से कई मामले मनीलॉन्ड्रिंग के दायरे में आते हैं। इस मामले में ईडी ने जेल में जाकर अंसारी से पूछताछ की थी।