आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहें हैं। अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पर गंभीरता दिखाते हुए अफसरों को निर्देश दिया है कि ऐसे मामलों को हर हाल में रोका जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ आज बैठक करते हुए कहा कि साइबर क्राइम के मामलों पर शिकंजा कसने के लिए तेजी से अभियान चलाएं। साथ ही नशे के अवैध कारोबार पर भी सख्ती कर इस पर नकेल कसें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिले में साइबर थाना खुलने से इस अपराध से जुड़े मामले एक ही जगह पर दर्ज होंगे। एक जगह केस दर्ज होने से इसकी पड़ताल भी आसान होगी और पैरवी भी काफी प्रभावी होगी। इसी कारण अब हर जिले में साइबर थाना खोलकर साइबर क्राइम पर लगाम लगाने की मुहिम शुरू की जाए। साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ड्रग के अवैध कारोबार पर भी शिकंजा कसने की जरूरत है। अब इसके खिलाफ अभियान को काफी तेज करना होगा।
एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया जाए
छठ पूजा को लेकर भी तैयारियों की आज सीएम योगी ने समीक्षा करते हुए निर्देश दिए। योगी ने आधिकारियों से कहा कि जिन नदी, तालाब व अन्य जलाशयों पर छठ पूजन की परम्परा है, वहां पानी की पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिए। आपात स्थिति के लिए एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया जाए। सुरक्षा के दृष्टिगत पूजन स्थल पर पुलिस की उपस्थिति रहे। महिला पुलिस की भी तैनाती की जाए।
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वहीं अब यूपी पुलिस साइबर क्राइम पर रोक लगाने के लिए आइआइटी कानपुर के वैज्ञानिकों द्वारा बनाए गए टूल का इस्तेमाल करेगी। प्रदेश में बढ़ रहे साइबर अपराध रोकने के लिए आइआइटी के वैज्ञानिकों ने डीजीपी समेत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष इस टूल सिस्टम का डेमो भी प्रदर्शित किया है। प्रोजेक्ट की अगुवाई कर रहे वैज्ञानिक प्रो. संदीप शुक्ला ने बताया कि इस सिस्टम का वर्जन तैयार है। इस तकनीक से साइबर क्राइम पर नियंत्रण लगाने वाली उत्तर प्रदेश किसी राज्य का पहला पुलिस बल होगा। प्रो. संदीप के मुताबिक टूल सिस्टम के माध्यम से मैसेज, फोन कॉल, ईमेल तथा ऑफर आदि से होने वाले साइबर अपराध का खुलासा कर अपराधियों तक पुलिस पहुंच सकेगी।