आरयू ब्यूरो, लखनऊ। 21 सौ किलोमीटर का सफर तय कर राजधानी लखनऊ के चिड़ियाघर की शोभा बढ़ाने के लिए वहां सफेद बाघिन इंद्रा पहुंच चुकी है। इंद्रा चिड़ियाघर में रह रहे सफेद बाघिन विशाखा और सफेद बाघ जय की पड़ोसी बनेगी। साथ ही एक लंबे अरसे बाद विशाखा और जय को नया दोस्त भी मिल गया है।
लखनऊ चिड़ियाघर के निदेशक वीके मिश्र ने मीडिया को बताया कि सफेद बाघिन इंद्रा को लाने के लिए 24 नवंबर को चिड़ियाघर के चिकित्सक डॉ. बृजेंद्र मणि यादव तमिलनाडु के अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क, वंडालूर चिड़ियाघर के लिए रवाना हुए थे। 27 नवंबर देर शाम सफेद बाघिन को सुरक्षित लेकर लौटे हैं।
वीके मिश्र ने बताया कि मंगलवार से चिड़ियाघर आने वाले दर्शक इसे देख सकेंगे। एक नए मेहमान के चिड़ियाघर आने से रौनक बढ़ गई है। सफेद बाघिन के बदले में लखनऊ चिड़ियाघर अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क, वंडालूर चिड़ियाघर को एक बब्बर शेरनी, छह फिजेंट, एक जोड़ा सारस क्रेन और चार हवासील देगा। वीके मिश्रा ने बताया कि सफेद बाघिन इंद्रा का जन्म 2010 में अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क में ही हुआ था।
यह भी पढ़ें- लखनऊ Zoo में अब लोगों को नहीं दिखेगी बाघिन इप्षिता
मालूम हो कि लखनऊ चिड़ियाघर में वर्तमान में एक नर जय और एक मादा विशाखा है। दोनों ही सफेद बाघ बाघिन हैं। इनके ठीक बगल में ही इंद्रा को रखा जाएगा। सफेद बाघिन इंद्रा को माहौल बदलने का एहसास बिल्कुल भी न हो, इसीलिए उसे उसकी नस्ल के बाघों के बगल में ही रखा गया है।
दरअसल पहले लखनऊ चिड़ियाघर में कोई भी जानवर लाया जाता था, तो करीब उसे 15 से 20 दिनों तक आइसोलेशन में रखा जाता था, ताकि वह यहां के माहौल में ढल जाए। उसके बाद बाड़े में भेजा जाता है, जबकि इंद्रा को मंगलवार से दर्शक देख सकेंगे।