आरयू ब्यूरो, लखनऊ। चुनावों के मतदान व परिणाम के बाद शंका के घेरे में रहने वाली इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के खिलाफ बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी मोर्चा खोल दिया है। रविवार को अपने जन्मदिन के मौके पर मायावती ने ईवीएम पर गंभीर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग व मोदी सरकार से मांग की है कि भविष्य में होने वाले सभी चुनाव को बैलेट पेपर से ही कराया जाए।
वीवी पैट समस्या का समाधान नहीं, दाल में जरूर काला
यूपी की पूर्व सीएम ने वीवी पैट की भी सार्थकता को खारिज करते हुए तर्क दिया कि केंद्र सरकार ने मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने के बाद काफी आना-कानी के बाद वीवी पैट को लाने स्वीकार तो जरूर कर लिया था, लेकिन उससे भी जनता की शंकाओं का समाधान नहीं हो पाया, क्योंकि सभी ईवीएम वोटों का मिलान वीवीपेट से नहीं कराया जाता़ है। मायावती ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वीवी पैट समस्या का सही समाधान नहीं है, बल्कि दाल में जरूर काला है इसलिए भी इसका उचित समाधान जरूरी है।
विरोधी पार्टियों ने ईवीएम का खेल खेलना किया शुरू
वहीं बसपा के वोटों को लेकर भी मायावती ने आज ईवीएम पर सवाल उठाएं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि बीएसपी बहुजन समाज के जनाधार वाली पार्टी है तथा 14 अप्रैल 1984 को पार्टी की स्थापना के बाद से ही वोटों के प्रतिशत तथा सीटों की संख्या के मामले में भी अपनी राजनीतिक शक्ति का प्रदर्शन खासकर यूपी में करती रही है। इसको लेकर हमारी विरोधी पार्टियों ने अपने-अपने हिसाब से ईवीएम का खेल खेलना शुरू किया। जब तक बैलेट पेपर से चुनाव होते रहे हमारी पार्टी की ताकत लगातार बरकरार रही, लेकिन ईवीएम से चुनाव होते ही आशंकाएं काफी बढ़ने लगीं।
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वोटरों में काफी नाराजगी
बीएसपी सुप्रीमो ने आगे कहा कि अभी तक जो लोग ईवीएम के समर्थक रहे हैं वे भी अप्रत्याशित परिणामों के मद्देनजर ईवीएम से संतुष्ट नहीं दिखते है। बसपा के लोग ईवीएम के प्रति आशंकित इसलिए भी है कि बीएसपी बाहुल्य क्षेत्रों में भी आश्चर्यचकित तौर पर वोट खासकर सत्ताधारी पार्टीं को ही निकलने से स्थानीय वोटरों में आश्चर्य व काफी नाराजगी भी है।
निवेश के नाम पर की जा रही ड्रामेबाजी
वहीं इन्वेस्टर समिट को लेकर पत्रकारों के सवाल के जवाब में मायावती ने योगी सरकार पर भी निशाना साधा। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि यूपी में निवेश लाने के नाम पर जो रोड शो व ड्रामेबाजी आदि की जा रही, उससे जनता को लाभ होता हुआ नजर नहीं आ रहा, बल्कि केवल पब्लिसिटी ही ज्यादा नजर आ रही है। साथ सवाल कर आगे कहा कि समिट से जनता को कुछ लाभ होता हुआ मीडिया को भी नजर आ रहा है क्या?
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अतीक की पत्नी कौन सी माफिया है?
इसके साथ ही माफिया अतीक अहमद की पत्नी को बसपा में शामिल करने व मेयर उम्मीदवार के तौर पर टिकट देने के सवाल पर मायावती ने कहा कि अतीक अहमद की पत्नी कौन सी माफिया है?
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गरीबी, बेरोजगारी, मंहगाई व भ्रष्टाचार लगातार बढा
वहीं बीजेपी के साथ ही आज कांग्रेस पर भी मायावती ने हमला बोला। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि कांग्रेस, बीजेपी व इनकी समर्थक पार्टियों की वजह से ही देश में गरीबी, बेरोजगारी, मंहगाई व भ्रष्टाचार लगातार बढा है। किसान, मजदूर, छोटा व्यापारी व अन्य मेहनतकशः लोग भी यहां काफी दुखी है। बीजेपी के शासनकाल में स्थिति और भी ज्यादा खराब व दयनीय बनी हुई है, जिन पर पर्दा डालने व लोगों का ध्यान बांटने के लिए आए दिन नई-नई व हवा-हवाई घोषणायें व निवेश लाने के नाम पर भी किस्म-किस्म की नाटकबाजी की जा रही।