आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में घायल पुलिसकर्मी राघवेंद्र सिंह की बुधवार को लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआइ) में मौत हो गई। इससे पहले एक पुलिस कर्मी की और मौत हो गई थी।
लखनऊ पूर्वी के पुलिस उपायुक्त हृदयेश कुमार ने कहा हम राघवेंद्र को बचा नहीं पाए। आज उनकी मृत्यु हो गई, जो इसके दोषी है उन्हें जल्द जल्द सजा दिलाने का प्रयास जारी है। जानकारी के अनुसार, राघवेंद्र सिंह की स्थिति बिगड़ने के बाद एसआरएन अस्पताल से उन्हें लखनऊ पीजीआइ रेफर किया गया था। पीजीआइ में उन्होंने अंतिम सांस ली।
प्रयागराज में शुक्रवार को उमेश पाल और उसके गनर की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उमेश पाल बसपा के तत्कालीन विधायक राजूपाल हत्याकांड में गवाह थे। उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग और बमबारी कर दी थी। इस दौरान उनकी और उनके गनर की गोली लगने से मौत हो गई थी।
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इस हत्यकांड के बाद उमेश पाल हत्याकांड के बाद एक कारचालक अरबाज को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। उत्तर प्रदेश पुलिस का दावा है कि हत्याकांड के दौरान अरबाज ही क्रेटा कार चला रहा था। जिस पर सवार होकर शूटर उमेश पाल की हत्या करने के लिए आए थे। एक दिन पहले लावारिश इसी गाड़ी को पुलिस ने कब्जे में लिया था। घटना के खुलासे के लिए एसटीएफ और पुलिस की दस से अधिक टीमें लगी हैं। अतीक की पत्नी और दो बेटों से लगातार पूछताछ की जा रही है।