आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन खत्म होने के बाद शिक्षामित्र अपनी मांगो को मनवाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हैं। आज उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के पदाधिकारियों ने मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपनी बात रखी। शिक्षामित्रों को उम्मीद थी कि शायद अपने पार्टी के सांसद के आग्रह पर योगी आदित्यनाथ का शिक्षामित्रों के प्रति रवैया बदल जाए। हालांकि उनकी यह उम्मीद पूरी नहीं हो सकी।
प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील सिंह भदौरिया ने बताया कि हम लोगों ने मुख्यमंत्री के सामने समान कार्य समान वेतन, प्रदेश सरकार की ओर से सर्वोच्च न्यायलय में पुर्न याचिका दाखिल करने, टीईटी परीक्षा में उत्तीर्ण प्राप्तांक प्रतिशत में 15 प्रतिशत शिक्षामित्रों को छूट देने समेत चार सूत्रीय मांग रखी थी, लेकिन काफी आग्रह के बाद भी सीएम ने टीईटी पास करने पर 25 अंक भरांक देने तक ही अपनी बात सीमित रखी।
वहीं सांसद कौशल किशोर के मानदेय के रूप तय हुए दस हजार रुपए को कम बताने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इससे ज्यादा नहीं दे सकते। उन्होंने यह भी कहा कि वह जितना कर सकते थे कर दिया इससे ज्यादा कुछ करने पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आवमानना होगी।
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चलता रहेगा शिक्षामित्रों का आंदोलन
सुनील सिंह भदौरिया ने कहा कि हम लोग अपने हक की लड़ाई सड़क से लेकर जहां तक जरूरत होगी वहां तक ले जाएंगे। फिलहाल हमारे अध्यक्ष गाजी इमाम आला सहित कई वरिष्ठ नेता दिल्ली में ही है। कल तक उनके लौटने पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
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मुख्यमंत्री से मिलने वालों में सुनील सिंह भदौरिया के अलावा, उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के लखनऊ मंडल प्रभारी प्रदीप सिंह, जिला उपाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह, जिला संरक्षक रमेश कुमार सिंह भी शामिल रहें।
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