जनेश्‍वर पार्क व रिवर फ्रंट पर सूखे मिले पेड़-पौधे तो LDA वीसी ने अफसर-ठेकेदारों को लगायी फटकार, अब हर महीने होगा हॉर्टीकल्‍चर के कामों का सत्‍यापन

हॉर्टीकल्‍चर के काम
अधिकारियों के साथ बैठक करते इंद्रमणि त्रिपाठी।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के हॉर्टीकल्‍चर के कामों में अफसर-इंजीनियरों का खेल जारी है। इसका खुलासा एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी द्वारा जनेश्‍वर मिश्र पार्क व गोमती रिवर फ्रंट का निरीक्षण करने के दौरान हुआ है। हरियाली बरकरार रखने के नाम पर सालाना करोड़ों रुपए के टेंडर कराए जाने के बावजूद वीसी के निरीक्षण में रिवर फ्रंट  व जनेश्‍वर पार्क में पेड़-पौधे सूखे मिलने पर मंगलवार को उपाध्‍यक्ष ने अधिकारियों व ठेकेदारों को फटकार लगाते एक हफ्ते में हालात सुधारने की चेतावनी दी है। साथ ही वीसी ने उद्यान के अफसर व ठेकेदारों के खेल पर रोक लगाने के लिए सालाना की जगह अब हर महीने हॉर्टीकल्‍चर के कामों का सत्‍यापन कराने का निर्देश दिया है।

मंगलवार को इंद्रमणि त्रिपाठी ने अधिकारी, इंजीनियर व ठेकेदारों के साथ औद्यानिकीकरण के कामों की समीक्षा बैठक की। वीसी ने गोमती रिवर फ्रंट व जनेश्‍वर मिश्र पार्क में पेड़-पौधों की सिंचाई व्यवस्था सही नहीं मिलने पर अफसरों व ठेकेदारों को फटकार लगाते हुए हफ्ते भर में व्यवस्था दुरूस्त करने का अल्टीमेटम दिया है।

हालात नहीं सुधरे तो ठेकेदारों पर जुर्माना, अधिकारी-कर्मी पर भी कार्रवाई

इंद्रमणि त्रिपाठी ने कहा वह 20 मई को खुद पार्क व रिवर फ्रंट का निरीक्षण करके स्थिति का मुआयना करेंगे। इस दौरान गड़बड़ी मिलने पर संबंधितत ठेकेदार पर जुर्माना लगाया जाएगा, साथ ही अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे।

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आज समीक्षा बैठक में वीसी को पता चला कि वर्तमान में हॉर्टीकल्चर का काम करने वाले ठेकेदारों द्वारा भुगतान के लिए साल में सिर्फ एक बार बिल लगाया जाता है और सिर्फ उसी समय कामों का सत्यापन किया जाता है। इस पर उपाध्यक्ष ने इस व्यवस्था को तत्काल बदलने के निर्देश देते हुए कहा कि अब से हर महीने उद्यान के कामों का सत्यापन कराया जाए और काम संतोषजनक न मिलने पर संबंधित ठेकेदार पर जुर्माना लगाएं।

व्हाट्स ग्रुप के जारिए होगी हॉर्टीकल्चर के कामों की निगरानी

साथ ही वीसी ने उद्यान से जुड़े अफसर-इंजीनियरों को निर्देश देते हुए कहा कि हॉर्टीकल्चर के कामों की निगरानी के लिए एक व्हाट्स ग्रुप बनाएं और इसमें संबंधित अधिकारियों के साथ ही ठेकेदारों को भी जोड़ा जाए। ठेकेदार द्वारा स्थल पर हर दिन कराने वाले काम की फोटो व डिटेल इस ग्रुप पर निरंतर भेजेंगे, जिससे कि मॉनिटरिंग के साथ ही समयबद्ध तरीके से कामों का निस्तारण हो सकेगा।

हरियाली वाले काम करा रहें एलडीए की बदनामी, संदेह के घेरे में बड़े अफसरों की भी भूमिका

बताते चलें कि उद्यान के कामों में गड़बड़ी अकसर ही सामने आती रही है। इससे पहले सीजी सिटी में मियावॉकी पार्क बनाने के नाम पर चार करोड़ से ज्‍यादा का टेंडर कराने वाले सहायक उद्यान अधिकारी व जेई पर खुद इंद्रमणि त्रिपाठी न सिर्फ कार्रवाई करते हुए शासन को रिपोर्ट भेज चुके है, बल्कि उन्‍होंने टेंडर तक कैंसिल करा दिया था। इसके अलावा गोमतीनगर के दस पार्कों के रख-रखाव के टेंडर को लेकर एलडीए में ही ठेकेदारों के बीच मारपीट व मुकदमेबाजी और सहायक उद्यान अधिकारी पर टेंडर पूलिंग कराने का भी आरोप लग चुका है। इसकी भी जांच अभी चल रही। उद्यान के काम लगातार न सिर्फ एलडीए की किरकिरी करा रहें हैं, बल्कि टेंडर प्रक्रिया को लेकर उद्यान से जुड़े अधिकारियों के अलावा एलडीए के बड़े इंजीनियर-अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर रही है।

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पार्कों में बेवजह लाइट जलने पर भी वीसी नाराज 

निरीक्षण के दौरान जनेश्‍वर मिश्र व राम मनोहर लोहिया पार्क में सुबह छह बजे तक अनावश्यक रूप से लाइटें जलने पर भी उपाध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए अधिशासी अभियंता विद्युत यांत्रिक मनोज सागर को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिये। उपाध्यक्ष ने कहा कि हर हाल में सुबह चार बजे और रात साढ़े नौ बजे तक अनावश्‍यक रूप से जल रहीं लाइटें बंद करा दी जाएं।

अब सुबह पांच से रात नौ बजे तक खुलेंगे पार्क

वहीं पार्कों की खुलने व बंद होने की टाइमिंग में बदलाव को लेकर उपाध्‍यक्ष ने अधिकारियों को निर्देश दिया। वीसी ने बैठक में कहा कि अगामी 11 मई से पार्कों को सुबह पांच बजे से रात नौ बजे तक खोला जाए।

बसंतकुंज में ‘वन सेक्टर-वन थीम’ के आधार पर लगेंगे पौधे

इसके साथ ही आज बैठक में फैसला लिया गया कि अब एलडीए अपनी बसंतकुंज योजना में वन सेक्टर-वन थीम के आधार पर पौधे लगाएगा। इसके तहत प्रत्येक सेक्टर में 45 मीटर चौड़ी सड़क के मीडियन, फुटपाथ, पार्कों व प्‍लॉटों के सामने आकर्षक पौधे लगाये जाएंगे।

सीजी सिटी के ट्री-गार्ड्स बचाएंगे बसंतकुंज के पौधे

बैठक में वीसी ने कहा कहा कि बसंतकुंज योजना में चार सेक्टर हैं। इसमें पौधारोपण के लिए सेक्टर वार पौधों का चयन करें। जिसमें प्लूमेरिया, अमलताश, गुलमोहर, नीम, सीता अशोक, बोगन बेला, पीपल आदि प्रजातियों को तरजीह दी जाए।  साथ ही सीजी सिटी के सारे ट्री-गार्ड्स को वहां से शिफ्ट करके बसंतकुंज में लगने वाले पौधों की सुरक्षा में इस्तेमाल करें।

एलडीए के मालियों को ट्रेनिंग देंगे एनबीआरआइ के विशेषज्ञ

उपाध्यक्ष ने आज यह भी कहा कि एनबीआरआइ के विशेषज्ञों द्वारा प्राधिकरण में तैनात मालियों को दस दिवसीय प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। ट्रेनिंग में मियावॉकी प्लान्टेशन तकनीकी की जानकारी भी दिलायी जाएगी।

बैठक में अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा, विशेष कार्याधिकारी प्रिया सिंह, अधीक्षण अभियंता अजय कुमार सिंह, नगर नियोजक केके गौतम, अधिशासी अभियंता संजीव गुप्ता, राजकुमार व मनोज सागर, सहायक उद्यान अधिकारी कर्ण सिंह समेत अन्य अधिकारी व ठेकेदार मौजूद रहें।

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