एलडीए नहीं संभाल पा रहा जनेश्‍वर पार्क तो अखिलेश ने साधा योगी सरकार पर निशाना

जनेश्‍वर पार्क की बदहाली
अधिकारियों के दावों की पोल खोलती तस्‍वीरें।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। जनेश्‍वर पार्क के देख-रेख के नाम पर डेढ़ सौ करोड़ रुपए का कार्पस फंड होने के बाद भी लखनऊ विकास प्रधिकारण उसे मेंटेन नहीं रख पा रहा है। ऐसे में रविवार को जनेश्‍वर मिश्रा पार्क को लेकर यूपी के पूर्व सीएम अखिलश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने पार्क के टूटे पड़े झूलों व बदहाली देखने के बाद बीजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा है कि सरकार नए पार्क नहीं बनवा पाई तो प्राकृतिक पर्यावरण ही बचाए।

सपा सुप्रीमो ने पार्क की बदहाली और एलडीए की लापरवाही दर्शाती चार फोटो भी ट्विट कर  एलडीए अधिकारियों के बड़े-बड़े दावों व इंजीनियरों की सक्रियता की पोल खोल दी। फोटो में पार्क में लगे टूटे झूले व मार्बल के अलावा कई जगाहों पर घास की जगह धूल-मिट्टी दिख रही है।

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फोटो के साथ ही अखिलेश ने सोशल मीडिया के जरिए सीएम योगी आदित्‍यनाथ पर तंज कसते हुए कहा है कि प्रेमपूर्ण हृदय व परिवारवाले जानते हैं, बच्चों के झूलों व बाग-बगीचों का जीवन में क्या महत्व होता है। पूर्व सीएम ने सरकार पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने नये पार्क तो नहीं बनाए और जो सपा के समय में बने थे, उनकी भी दुर्गति कर दी है। भाजपा सरकार ने राजनीतिक पर्यावरण तो खराब कर ही दिया है, प्राकृतिक पर्यावरण तो बचाए।

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बोटिंग व साइकलिंग बंद

बताते चलें कि जनेश्‍वर मिश्र पार्क यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्‍ट था। अखिलेश सरकार में न सिर्फ पार्क में सभी के लिए इंट्री फ्री थी, बल्कि एलडीए के अधिकारियों का भी उस पर विशेष ध्‍यान रहता था। पार्क में बोटिंग व साइकलिंग जैसी सुविधाएं भी लोगों के लिए थीं। वर्तमान में यह सारी सुविधाएं एलडीए की ओर से सभी के लिए बंद कर दी गयी हैं।

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वहीं सपा सरकार जाने से पहले जनेश्‍वर पार्क की देख-भाल के लिए डेढ़ सौ करोड़ रुपए कार्पस फंड के रुप में बैंक में जमा किए गए थे, जिससे हर साल मिलने वाले करीब दस करोड़ रुपए के ब्‍याज से अब भी पार्क को मेंटेन रखने का काम किया जाता है। इसके अलावा पार्क में स्थित दुकानों, इंट्री व पार्किंग टिकट से साल में होने वाली एलडीए की करोड़ की आय भी पार्क के देख-रेख में खर्च होती।

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इतना ही नहीं एलडीए के आधा दर्जन से अधिक छोटे-बड़े इंजीनियर बड़ी संख्‍या में एलडीए व स्‍मारक समिति के कर्मचारी व सहायक उद्यान अधिकारी भी पार्क दुरुस्‍त रखने के लिए लगाए गए हैं। इन सबके बावजूद कभी पार्क में गंदगी, वहां के सुरक्षाकर्मियों द्वारा विजिटर्स से अभद्रता, छोटे बच्‍चों से फ्री ऑवर में टिकट वसूली जैसी घटनाएं एलडीए के साथ ही योगी सरकार की भी किरकिरी कराती रहती हैं।

पार्क में झूले टूटे एक्‍सईएन को पता ही नहीं

वहीं आज अखिलेश यादव पार्क की बदहाली का मुद्दा उठाए जाने के बाद एलडीए के अधिकतर अधिकारी इस पर मुंह खोलने से भी बचते रहें। पार्क के एक्‍सईएन मनोज सागर ने तो झूलों के बदहाल होने की जानकारी से ही अनभिज्ञता जाहिर कर दी। अधिशासी अभियंता ने बताया कि फिलहाल वह शहर के बाहर है कल लखनऊ पहुंचने पर इस मामले को दिखवाएंगे।

अपर सचिव के निरीक्षण व निर्देश के बाद भी सोते रहें इंजीनियर

दूसरी ओर अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि उन्‍होंने खुद ही कुछ दिनों पहले जनेश्‍वर पार्क का औचक निरीक्षण किया था। जिसमें पार्कों के झूलों के साथ ही कुछ जगाहों से उखड़े पत्‍थरों को लगवाने व अन्‍य कामों को कराने का इंजीनियरों को निर्देश दिया था। काम अब तक क्‍यों नहीं हुआ इसे बारे में संबंधित इंजीनियरों से जवाब मांगेंगे।

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