आरयू वेब टीम। देश में मॉनसून के चलते हो रही बारिश से सामान्य जन-जीवन तो अस्त-व्यस्त कर ही दिया है, साथ ही रोजमर्रा की चीजों की उपलब्धता को भी संकट में डाल दिया है। घरों में इस्तेमाल होने वाली कई चीजों के दाम बढ़ा दिए गए हैं। भारतीय बाजारों में कई सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। ये वो सब्जियां हैं, जिनका इस्तेमाल रोजमर्रा के खानपान में किया जाता है।
सब्जियों के दामों में भारी बढ़ोतरी का सबसे अधिक असर गरीब वर्ग पर पड़ा है, हालांकि दामों में काफी उछाल के चलते मध्यम वर्ग के लोगों को भी सब्जी खरीदने में पसीने छूट रहें हैं। सब्जी की महंगाई को लेकर लोग जहां बारिश को कसूरवार मान रहें हैं वहीं कालाबाजारी, जमाखोरी व मोदी सरकार की नीतियों को लेकर भी कोसने वालों की संख्या कम नहीं हैं।
टमाटर के खुदरा रेट 200 रुपए किलो तक पहुंच गए
पिछले दिनों महंगी हुई सब्जियों की बात करें तो टमाटर सबसे महंगा हुआ है। बाजार में टमाटर के खुदरा रेट 200 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। टमाटर के साथ-साथ हरी मिर्च, अदरक, धनिया, शिमला मिर्च, फूल गोभी, भिंडी, तरोई, परवल व बैंगन जैसी सब्जियों को रेट भी अचानक बढ़ गए हैं। ऐसे में भारतीय रसोई में पकने वाली भिंडी भी महंगी हो चली है। बाजार में भिंडी का भाव 80 से सौ रुपए किलो तक पहुंच गया है। वहीं धनिया तो चार सौ रुपए किलो तक सूबे की राजधानी लखनऊ की दुकानों पर बिक रही है।
इसके साथ ही खीरा, करेला और लोकी जैसी सब्जी भी 60 रुपए किलो तक मिल रही। वहीं, फूलगोभी का भाव 180 रुपए किलो तक रिकॉर्ड किया गया है, जबकि अदरक का रेट लखनऊ में चढ़कर तीन सौ रुपए किलो तक पहुंच गया है।
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कुछ बाजार विशेषज्ञों की मानें तो देशभर में हो रही झमाझम बारिश की वजह से सब्जियों की सप्लाई पर बड़ा असर पड़ा है। जिसकी वजह से सब्जियों के भाव आम आदमी की पहुंच से बाहर नजर आ रहे हैं। कारोबारियों का कहना है कि खेतों में बारिश और जलभराव के कारण कई सब्जियों की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। जलभराव की वजह से जमीन में उगने वाले अदरक और प्याज जैसी फसल बर्बाद हो गई हैं।