आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए कई राजनीतिक दल न्योता नहीं मिलने की बात कर रहे हैं। इस बीच यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें भी अयोध्या में होने जा रहे भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण न तो व्यक्तिगत रूप से और न ही कोरियर से मिला हैं ।
सपा सुप्रीमो ने यह भी कहा कि अगर उन्हें निमंत्रण कोरियर से भेजा गया है तो उसकी रसीद उन्हें दिखा दी जाये, ताकि यह पता चल सके कि निमंत्रण सही पते पर ही भेजा गया है या नहीं। समाजवादी पार्टी कार्यालय में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आमंत्रित किये जाने के सवाल पर कहा, ”यह (भाजपा) अपमानित करने का काम करते हैं। मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला हैं।
जब हम कोई कार्यक्रम करते हैं तो अपने परिचित को ही निमंत्रण देते हैं। हम किसी राह चलते को निमंत्रण नहीं देते। हमें कोई निमंत्रण नहीं दिया गया है।” इस पर एक पत्रकार ने कहा कि सपा प्रमुख को निमंत्रण कोरियर से भेजा गया है। जवाब में अखिलेश ने कहा, ”अब यह बात सामने आ रही हैं कि मुझे कोरियर से निमंत्रण भेजा गया हैं। मैं कहता हूं कि आप मुझे कोरियर की रसीद दिलवा दो ताकि हम पता कर लें कि निमंत्रण हमारे ही पते पर आ रहा है या किसी दूसरे पते पर जा रहा है।’’
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इससे पहले विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल से पूछा गया कि क्या सपा प्रमुख अखिलेश यादव को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा गया हैं? इस पर उन्होंने जवाब दिया, ” निमंत्रण उन तक पहुंचा हैं, या नहीं, यह मैं नही कह सकता, लेकिन निमंत्रण सूची में उनका नाम है।”
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरूप के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस समारोह को लेकर उत्तर प्रदेश समेत देशभर में रामभक्तों में उत्साह है। वहीं राजनीतिक दल अपनी रोटियां भी इस मुद्दे को लेकर सेंक रहें हैं।