आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। हजरतगंज इलाके के नरही में बीती रात दिल को दहला देने वाला हादसा हो गया। कपड़ों के गोदाम में आग लगने से सो रहे दो कर्मचारियों की जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे फॉयर ब्रिगेड की आधा दर्जन गाडि़यों ने करीब चार घंटे की मेहनत से आग पर काबू पाया।
प्रथम दृष्टतया घटना की वजह शॉर्टसर्किट बताया जा रहा है। वहीं आग लगने से लाखों रुपए मूल्य के कपड़े भी जलकर नष्ट हो गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही अपनी जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार नरही निवासी हीरालाल कुकरेजा की घर से कुछ ही दूरी पर स्कूली ड्रेस की तीन मंजिला बिल्डिंग में नीचे दुकान है, जबकि उपर के तलों में उन्होंने गोदाम और कारखाना बना रखा है।
कल दुकान बंद होने के बाद सीतापुर जिले के रामपुर निवासी उनका सिलाई कारीगर राधेश्याम(50) और बाराबंकी जिले के जहांगीरा बाद निवासी कपड़ा प्रेस करने वाला अनिल (25) दुकान के ऊपरी हिस्से में सोने चले गए।
रात एक बजे के बाद दूसरी मंजिल से लपटे और धुंआ उठता देख आसपास के लोगों ने इसकी जानकारी हीरालाल कुकरेजा को दी। जबकि हीरालाल की बेटी ने आग की सूचना फॉयर ब्रिगेड को दी। रात करीब डेढ़ बजे दुकान मालिक और हजरतगंज एफएसओ और फॉयर ब्रिगेड की आधा दर्जन गाडि़यां मौके पर पहुंची।
संकरी सीढि़यों पर कपड़ों के ढेर से बिगड़ा मामला
कपड़ों के तेजी से जलने के चलते आग तब तक बेकाबू हो चुकी थी। देखते ही देखते आग ने तीसरी मंजिल को भी अपनी चपेट में ले लिया। मानकों को दरकिनार कर बनाए गए गोदाम की संकरी सीढि़यों पर रखे कपड़ों में आग पकड़ने के चलते कई घंटे बाद बिल्डिंग में दाखिल हुए फॉयर ब्रिगेड के जवानों को बुरी तरह से जली अवस्था में अनिल और राधेश्याम की लाश मिली।
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कल ही छुट्टी से लौटा था धनश्याम
हीरा कुकरेजा के बेटे चंदन कुकरेजा ने बताया कि दोनों कर्मचारी अमूमन यहां नहीं सोते थे। राधेश्याम छठ पूजा की छुट्टी के बाद कल ही काम पर लौटा था, जबकि अनिल भी उनकी मल्लौहर स्थित स्कूल ड्रेस बनाने वाली दूसरी फैक्ट्री में अपनी पत्नी के साथ काम करता था। आजकल काम ज्यादा होने के चलते वह नरही आया था।
प्रथम दृष्टया आग लगने की वजह शॉर्टसर्किट लग रही है। वहीं सीढि़यों पर सामान होने और उनमें आग लगने की वजह से हमारे जवानों को ऊपर पहुंचने में काफी समय लग गया। एफएसओ, हजरतगंज
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