आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। घोटलेबाजी के कुख्यात लखनऊ विकास प्राधिकरण के गोमतीनगर स्थित कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में आज भोर में आग लग गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे फॉयर ब्रिगेड की चार गाडि़यों ने करीब 45 मिनट की मशक्कत से आग बुझाया। हालांकि तब तक आग से अरबों रुपए के लेने-देन की फाइलों के नष्ट होने की बात सामने आ रही है। एलडीए घोटालेबाजों के पुराने रेकॉर्ड को देखते हुए और कई घोटालों की जांच के बीच छुट्टी के दिन आग लगने से भी लोग इसे साजिश का हिस्सा मान रहे हैं।
बताया जा रहा है कि पुरानी बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर एलडीए का रिकॉर्ड रूम है। भोर में करीब साढ़े तीन बजे रिकॉर्ड रूम से धुंआ उठाता देख मौके पर तैनात चौकीदार ने इसकी सूचना बिल्डिंग के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ ही फॉयर ब्रिगेड को दी।
जानकारी लगते गोमतीनगर, इंदिरानगर व हजरगंज फॉयर स्टेशन की चार गाडि़यों व हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म के साथ मौके पर पहुंचे सीएफओ अभयभान पाण्डेय व एफएसओ गोमतीनगर शांतानु कुमार ने आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक सैकड़ों फाइलें, कंप्यूटर, फर्नीचर समेत दूसरे अन्य सामान जलकर नष्ट हो चुके थे। वहीं कई फाइलें पानी में भीगने से भी खराब हो गई। साथ ही आग बुझाने की कोशिश में सुरक्षाकर्मियों के सुपरवाइजर अवध नरेश के हाथ का पंजा झुलस गया।
यह भी पढ़ें- CCTV कैमरों के बाद अब LDA के फॉयर फाइटिंग सिस्टम भी साबित हुए शो पीस
गजब! एलडीए में रात भर होता है काम
आपको जानकार हैरानी होगी जिस एलडीए में लोग अपना काम कराने के लिए सालों चक्कर लगाते है, उसी लखनऊ विकास प्राधिकरण में चौबिसों घंटे काम चल रहा था। जिस समय रिकॉर्ड रूम में आग लगी उसी समय पास के ही कमरे में प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी एलडीए की कीमती फाइलों की स्कैनिंग में लगे हुए थे। जबकि एलडीए का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी उनकी देखरेख करने वाला नहीं था। कंपनी की कार्यप्रणाली और विश्वसनीयता पर पहले भी सवाल उठ चुके हैं। बिल्डिंग की मेन पॉवर सप्लाई भी इसी वजह से कई महीनों से नहीं बंद की जा रही थी।
यह भी पढ़ें- सावधान लेडीज! आपके वॉशरूम पर है LDA इंजीनियरों की तीसरी आंख
यहां बताते चले कि कुछ समय एलडीए के महत्वपूर्ण सर्वर रूम को भी इंजीनियरों ने बिना किसी एएमसी के प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी के भरोसे छोड़ दिया था। ‘राजधानी अपडेट’ ने इस बात को प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद एक मामले में एलडीए उपाध्यक्ष खुद सर्वर रूम देखने पहुंचे थे, कर्मचारी सर्वर रूम की चाभी लेकर गायब था।
मीडियाकर्मियों को घटनास्थल पर नहीं जाने देने के लिए मुस्तैद रहे गार्ड
आग लगने के बाद मीडियाकर्मियों का जमावड़ा एलडीए बिल्डिंग में लग गया। हालांकि तमाम कोशिशों के बाद भी अधिकतर घटनास्थल नहीं देख सके। पुराने भवन के सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकारों को यह कहकर चौथी मंजिल पर जाने से रोक दिया कि वीसी साहब का आदेश है कोई भी मीडियाकर्मी वहां नहीं जाने पाएं। वहीं फाइल स्कैनिंग वाली कंपनी के कर्मचारियों समेत अन्य लोग पूरे दिन चौथी मंजिल पर आते-जाते रहे।
यह भी पढ़ें- इनकम टैक्स ऑफिस में लगी भीषण आग, देर से दी गई फायर ब्रिगेड को सूचना
बोले जिम्मेदार
एलडीए उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह ने बताया कि घटना की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देने के लिए अधिशासी अभियंता विधुत यांत्रिक और तहसीलदार के नेतृत्व में दो टीमें बनाई हैं। जो आग लगने का कारण, घटना के लिए जिम्मेदार का पता लगाने के साथ ही आग में जली फाइलों का ब्यौरा जुटाएंगी। इसके अलावा सीसीटीवी के माध्यम से यह भी पता करेंगी की कौन-कौन लोग आग लगने के पहले मौके पर आए थे। वहीं भविष्य में इस तरह की घटना न हो उसके लिए क्या किया जाए इस पर भी अपनी राय देगी।
तीन बजकर 43 मिनट पर एलडीए की ओर से आग लगने की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंचकर हमारी टीम ने करीब 45 मिनट में आग बुझा दिया था। आग लगी या लगाई इस बारे में जांच की जा रही है। जल्द ही टीम मौके पर जाकर एक बार फिर से कुछ बिंदुओं पर छानबीन करेगी। अभयभान पाण्डेय, सीएफओ
यह भी पढ़ें- प्रयोग के दौरान जीएसआई भवन में लगी आग, लाखों का नुकसान