CCTV कैमरों के बाद अब LDA के फॉयर फाइटिंग सिस्‍टम भी साबित हुए शो पीस

फॉयर फाइटिंग सिस्टम
आग लगने के बाद फॉयर फाइटिंग सिस्टेम इस्तेमाल करने की कोशिश करता जवान।

आरयू ब्‍यूरो,

लखनऊ। राजधानी के सुनियोजित विकास के लिए अस्तित्‍व में आया लखनऊ विकास प्राधिकरण अपने ही कार्यालय को सुनियोजित करने में किस तरह से अक्षम है इसकी बानगी शनिवार की भोर में रिकॉर्ड रूम में आग लगने के बाद एक बार फिर सामने आ गई। आग से बचाव के नाम पर एलडीए की बिल्डिंग में जनता के करोड़ों रुपए खर्च कर लगाए फॉयर फाइटिंग सिस्‍टम भी सीसीटीवी कैमरों की तरह शो पीस साबित हुए।

यही वजह रही कि आग के बाद फॉयर आलर्म नहीं बजने के चलते बड़ी संख्‍या में फाइलें जल गई। ये तो भला हो कि लोगों ने धुंआ देख लिया नहीं तो चौथी मंजिल पर लगी आग अन्‍य तलों पर पहुंचकर तबाही मचाती।

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पानी का कनेक्‍शन ही देना भूल गए

आग लगने के बाद पड़ताल करने पर सामने आया है कि करीब तीन साल पहले एलडीए की नई बिल्डिंग और उसके बाद पुराने भवन में फॉयर फाइटिंग सिस्‍टम लगाने के बाद एलडीए के इंजीनियर पानी की सप्‍लाई का ही व्‍यापक प्रबंध नहीं कर सके है। कई जगाहों पर फॉयर फाइटिंग सिस्‍टम की पानी सप्‍लाई वाली पाइप भी आपस में नहीं जोड़ी गई है।

फॉयर फाइटिंग सिस्टम
जगह-जगह इस हाल में छोड़ दिए गए वॉटर सप्लाई के पाइप।

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आग लगने के बाद मौके पर पहुंचे एफएसओ गोमतीनगर शांतानु कुमार ने बताया कि समय बचाने के लिए हम लोगों ने एलडीए का ही फॉयर फाइटिंग सिस्‍टम इस्‍तेमाल करना चाहा, लेकिन उसमें पानी ही नहीं आया जबकि स्‍मोक डिटेक्‍टर, फॉयर अलार्म समेत दूसरे उपकरण भी काम नहीं कर रहे थे।

आज भी लगें हैं पुराने अग्निशमन यंत्र

एलडीए की पुरानी बिल्डिंग में आज भी जगह-जगह सालों पुराने अग्निशमन यंत्र लगे मिले। हालांकि करामात करने में माहिर एलडीए के जिम्‍मेदारों ने अधिकतर अग्निशमन यंत्र से उसकी रिचेकिंग की डेट हटवा दी थी।

अग्निशमन यंत्र
एलडीए की पुरानी बिल्डिंग में लगा 2006 का अग्निशमन यंत्र।

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बताते चलें कि इससे पहले ‘राजधानी अपडेट’ ने पिछले साल 18 अक्‍टूबर को ‘शहर तो दूर अपने कार्यालय का सुनियोजित विकास करना नहीं जानता एलडीए’ शीर्षक से खबर पोस्‍ट कर अग्निशमन यंत्र समेत एलडीए की अन्‍य करामातों पर प्रकाश डाला था। जिसके बाद होश में आए एलडीए के अधिकारियों ने कुछ यंत्र बदलवाए भी थे, लेकिन अधिकतर आज भी पुरानी वाली स्थिति में ही हैं।

ये तो मुख्‍यमंत्री की सुरक्षा के प्रति भी नहीं हैं गंभीर

गोमतीनगर के इंदिरा गांधी प्रतिष्‍ठान में आए दिन मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ समेत अन्‍य वीवीआईपी और वीआईपी के कार्यक्रम होने के बाद भी रख रखाव का जिम्‍मा उठाने वाला एलडीए यहां भी सुरक्षा के मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं हैं। यहां की सुरक्षा जांचने पर पता चला कि आईजीपी का भी फॉयर फाइटिंग सिस्‍टम काम नहीं कर रहा है।

एफएसओ गोमतीनगर ने बताया कि आईजीपी का फॉयर फाइटिंग सिस्‍टम जांचने के बाद उसे ठीक कराने के लिए एलडीए को पत्र भी लिखा जा चुका है। साथ ही वह खुद भी आईजीपी पहुंचकर एलडीए के जिम्‍मेदारों से इसे ठीक कराने के लिए कह चुके हैं, लेकिन दो महीना बीतने के बाद भी एलडीए की ओर से कोई रिस्‍पांस नहीं मिला।

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सुबह मौके पर आग बुझाने वाले सुरक्षाकर्मी ने मुझे बताया था कि आसपास जो अग्निशमन यंत्र लगे थे उसी की सहायता से उसने काफी हद तक आग पर शुरूआती दौर में काबू पाया। इसके अलावा घटना की जांच के लिए बनाई गई कमेटी से भी सुधार के सुझाव मांगें गए हैं। जो भी कमियां होंगी उन्‍हें दूर कराया जाएगा। प्रभु एन सिंह, एलडीए उपाध्‍यक्ष