आरयू ब्यूरो, लखनऊ। खाली पदों पर नियुक्ति को लेकर अक्सर ही योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर रहती है। इस बीच उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तरफ से साल 2018 में ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) की 1953 पदों के लिए भर्ती निकली थी। इस परीक्षा का रिजल्ट अब तक नहीं आया है.अभ्यर्थी पांच महीने से रिजल्ट का इंतजार कर थक चुके हैं। जिससे आक्रोशित अभ्यर्थियों ने बुधवार को आयोग कार्यालय का घेराव किया।
साथ ही भारी संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों ने आयोग कार्यालय के बाहर आयोग अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। जिसकी सूचना पाकर पर मौके पर पुलिस फोर्स पहुंची और हालात को काबू में किया। वहीं प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है, कि विभाग अंतिम परीक्षा कराने के बाद फाइनल रिजल्ट नहीं जारी कर रहा है। हम अपनी नियुक्ति को लेकर काफी परेशान हैं। प्रदर्शन कर रहे हैं अभ्यर्थियों ने बताया, कि वीडिओ के 1953 पदों के सापेक्ष फरवरी में जारी हुए थे।
इस परीक्षा परिणाम में 4065 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया था। इनमें से अंतिम चयन के आधार पर नियुक्ति की प्रक्रिया को पूरा किया जाना था। अभ्यर्थियों ने कहा, कि फाइनल परीक्षा का परिणाम जारी होने पांच महीने से अधिक का समय बीत गया है, पर विभाग अभी तक चयनित अभ्यर्थियों की फाइनल सूची नहीं जारी कर रहा है। इसके बाद हंगामा कर रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने शांत कराया। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधि मंडल को आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कराई।
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मालूम हो कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने साल 2018 में यह भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन इस भर्ती प्रक्रिया में धांधली का आरोप सामने आया था, जिसकी पहले राज्य सरकार ने एसआईटी के द्वारा जांच कराई। उसके बाद इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया। सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में 1450 ओएमआर फर्जी पाए थे, जिन्हें बाहर से लिखकर जमा कराया गया था। इसके बाद आयोग ने 2023 जून में दोबारा से इस भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित किया था। जिसका परिणाम 21 फरवरी 2024 को जारी किया गया था।