आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पीजीआई इलाके में शनिवार की सुबह मार्टिना गुप्ता की हत्या के बाद आत्महत्या का राग अलापने वाले मार्टिना के परिजनों के सुर आज बदल गए हैं। दोपहर जहां मां ने पीजीआई कोतवाली में तहरीर देते हुए पति द्वारा बेटी की हत्या किए जाने की आशंका जताई।
वहीं भदवि की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद हत्या के आरोप में पकड़े गए पिता ने बेटी की हत्या करने की वजह बताते हुए पुलिस के सामने खुद अपना जुर्म कबूल कर लिया। हालांकि बाप के गुनाह कबूल करने के बाद भी सवाल उठ रहें हैं।
तहरीर देकर मां ने किया ये दावा
मार्टिना की मां मालती देवी ने आज दोपहर तहरीर देकर कहा कि शनिवार की सुबह उनके अलावा घर में मार्टिना और उनके पति राकेश बाबू गुप्ता मौजूद थे। जबकि बेटे और बहु सुबह टहलने और बच्चों को स्कूल छोड़ने गए थे। तभी बेटी के कमरे से गोली चलने की आवाज आने पर वह कमरे से बाहर आई तो उनके पति सीढ़ी से नीचे उतर रहे थे। शरीर काफी भारी होने की वजह से मैं धीरे-धीरे ऊपर पहुंची तो बेटी खून से लथपथ हाल में अपने कमरें में पड़ी हुई थी। मुझे अंदेशा है कि बेटी को मेरे पति ने गोली मारी होगी।
…तो इसलिए की हत्या
इंस्पेक्टर पीजीआई अरुण कुमार राय ने बताया कि राकेश बाबू को हत्या के अरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में राकेश ने बताया है कि वह मार्टिना की शादी करना चाहते थे, लेकिन वह तैयार नहीं हो रही थी। शुक्रवार की रात इसी बात को लेकर परिवार में हंगामा हुआ था, उसके बाद शानिवार की सुबह भी उन्होंने शादी की बात दोहराई तो बेटी फिर भी तैयार नहीं हुई। जिसके बाद उन्होंने तैश में मार्टिना पर अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोलियां चला दी।

मार्टिना की हत्या के बाद जिस तरह से परिवार कल से लेकर आज सुबह तक पुलिस व मीडिया को पहले सुसाइड और बाद में छीनाझपटी में गोली चल जाने की कहानी सुनाकर गुमराह करता रहा उससे तो सवाल उठ ही रहे थे। वहीं अब परिवारवालों के नए खुलासे ने भी एक बार फिर नए सवाल पैदा कर दिए हैं।
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मालती देवी के दावे के अनुसार उन्होंने पति को नीचे आते देखा था, जबकि परिवार के अन्य सदस्य बाहर गए हुए थे। लेकिन ये बात उन्होंने कल क्यों छिपाई इसका जवाब पुलिस के पास भी नहीं है। हालांकि अपनी तहरीर में भी उन्होंने पति पर शक जाहिर किया है न कि हत्या करने की पुष्टि की है। इस बात का लाभ आरोपित को कोर्ट में मिल सकता है।
वहीं हॉर्ट के मरीज बताए जा रहे आरोपित की हालत देखने से नहीं लग रहा था कि वह सधे हुए अंदाज में बेटी के शरीर के अलग-अलग हिस्सों में पांच गोलियां मार सकता है। इंस्पेक्टर पीजीआई का मानना है कि हत्या में परिवार के अन्य लोग शामिल हो सकते है। जिन्हें बचाने के लिए हो सकता है कि आरोपित को बलि का बकरा बनाया जा रहा हो। पुलिस छानबीन कर रही है सारी बात सामने आ जाएगी। असली दोषी जो होगा उसे कोर्ट से भी नहीं बचने दिया जाएगा। वहीं हत्या जैसे मामले में पुलिस को गुमराह करने में जो दोषी मिलेगा उसपर भी कार्रवाई की जाएगी।