राहुल के दबाव और गुजरात हारने के डर से भाजपा ने कम की जीएसटी की दरें: कांग्रेस

हारने के डर से भाजपा
गुजरात दौर में अपनी टीम के साथ राहुल गांधी।

आरयू वेब टीम। 

178 वस्‍तुओं पर जीएसटी की दरें घटने के बाद जहां एक ओर जनता ने थोड़ी राहत की सांस ली है। वहीं कांग्रेस ने अब इसका राजनीतिक श्रेय लेने वाली बात कही है। कांग्रेस ने आज कहा कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा डाले गए दबाव और चुनाव का सामना कर रहे गुजरात में उसके प्रचार को मिल रही अच्छी प्रतिक्रिया की वजह से मोदी सरकार यह कदम उठाने पर मजबूर हुई।

वहीं राहुल गांधी ने कहा कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के लिये सरकार पर हमला करते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस जीएसटी की सर्वोच्च दर 18 फीसदी पर लाने के लिये लड़ाई जारी रखेगी और संकल्प जताया कि अगर सत्तारूढ़ भाजपा नहीं कर पाती है तो उनकी पार्टी यह काम करेगी।

गुजरात में कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि है कि राहुल गांधी के दबाव के चलते ही जीएसटी दर कम करने को मोदी सरकार मजबूर हुई है। गहलोत ने दावा किया कि जीएसटी कौंसिल ने गुजरात में वोट को ध्यान में रखकर कर की दरों में बदलाव किया। भाजपा को डर है कि गुजरात उसके हाथ से न निकल जाए।

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बताते चलें कि गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का गृह राज्य है। गुजरात में भाजपा दो दशक से अधिक समय से सत्ता में है और कांग्रेस उसे सत्ता से बेदखल करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस नेताओं और खासतौर पर राहुल ने चुनाव प्रचार में जीएसटी और नोटबंदी को अहम मुद्दा बनाया है। राज्य में नौ और 14 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होना है।

राहुल ने अपने ट्वीट में कहा भारत को सरल कर की आवश्यकता है। उसे गब्बर सिंह टैक्स की आवश्यकता नहीं है। कांग्रेस और लोगों ने लड़कर कई वस्तुओं पर 28 फीसदी कर समाप्त करवा दिया है। हमारी 18 फीसदी कर सीमा के साथ एक दर के लिये लड़ाई जारी रहेगी। अगर भाजपा ऐसा नहीं करती है तो कांग्रेस ऐसा करेगी।

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