सुनीता विलियम्स-बुच विल्मोर की धरती पर सुरक्षित वापसी, 45 दिन डॉक्टरों की निगरानी में होगा रहना

सुनीता विलियम्स
सुरक्षित धरती पर पहुंची सुनीता विलियम्स।

आरयू इंटरनेशनल डेस्क। नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर धरती पर वापस लौट आए हैं। बुधवार को फ्लोरिडा के तट पर उनकी सफल लैंडिंग हुई। स्पेस स्टेशन से धरती पर लौटने के सफर में 17 घंटे लगे। नासा के दोनों अंतरिक्ष यात्री केवल आठ दिनों के मिशन पर गए थे, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण दोनों नौ महीने और 14 दिनों तक अंतरिक्ष में फंसे रहे। इसके बाद उनको रिकवरी पोथ से कैप्सूल से निकाला गया।

रिकवरी पोत ने कैप्सूल को पानी से सफलतापूर्वक बाहर निकाला, जिसके बाद सितंबर के बाद पहली बार कैप्सूल का साइड हैच खोला गया। अंतरिक्ष यात्री कैप्सूल से बाहर निकल आए और उन्हें 45 दिनों के पुनर्वास कार्यक्रम के लिए ह्यूस्टन ले जाया गया और अब वो 45 दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगी।

दरअसल स्पेस में लंबे समय तक रहने के बाद इंसानी शरीर में कई बदलाव आते हैं। पैर के तलवे के त्वचा पतली हो जाती है, जिसकी वजह से चलने में समस्या हो सकती है। इन्हीं सब कारणों की वजह से उन्हें 45 दिनों के लिए डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।

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बता दें कि सुनीता विलियम्स ने भले ही अंतरिक्ष में नौ महीने बिताए हों, लेकिन वह अभी अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने वाली इंसान नहीं बन सकी हैं। अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय तक रहने वाला एक रूस का व्यक्ति था, जिसका नाम वैलेरी पोलिया कोव था।

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