आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बात-बात पर खुद को मित्र पुलिस होने का दम भरने का दावा करने वाली राजधानी पुलिस का बेहद घिनौना चेहरा सामने आया है। बीती रात आलमबाग इलाके के एक होटल में कमरा लेने अपने साथियों के साथ पहुंचे नशे में धुत सिपाहियों ने मनचाहा कमरा नहीं मिलने पर जमकर तांडव मचाया। इस दौरान उन्होंने होटल मैनेजर की पिटाई करने के साथ ही कमरे में मौजूद युवक की पिटाई करते हुए उसका सिर फोड़ दिया। जबकि उसके परिवार की महिला के साथ भी धक्का-मुक्की की।
तांडव मचाने वाले सिपाहियों में सीओ आलमबाग का गनर और ड्राइवर भी शामिल बताए जाते हैं। आरोप है कि खाकी को दागदार करने वाले इस मामले में शुरूआत में पुलिस के अधिकारियों ने भी मामला मैनेज कराना चाहा। हालांकि पूरी घटना का वीडियो वॉयरल होने पर एसएसपी दीपक कुमार ने घटना में शामिल तीन सिपाहियों को निलंबित करते हुए एएसपी पूर्वी को 48 घंटे में घटना की जांचकर रिपोर्ट देने को कहा है।
मिली जानकारी के अनुसार आलमबाग बस अड्डे के सामने बंटी ऑबराल का मेट्रो नाम से होटल है। कल रात करीब 11 बजे मैनेजर राजेश यादव होटल में बैठे थे। तभी सिपाही गोपाल गिरी, कमलवीर सिंह और प्रदीप शर्मा अपने साथियों के साथ होटल में कमरा लेने पहुंचे। होटल के दूसरे मैनेजर दीपक तिवारी ने बताया कि आते ही सभी ने हंगामा शुरू कर दिया।
नीचे के तल पर कमरा नहीं खाली होने के चलते उन लोगों को दूसरे तल पर स्थित कमरा नंबर 207 दिया गया, लेकिन उन लोगों को कमरा पंसद नहीं आया। जिसके बाद नशे में धुत सिपाहियों ने रमेश यादव की पिटाई करने के साथ ही होटल के अन्य कमरों के दरवाजों पर लात मारना शुरू कर दिया। इसी दौरान दूसरे तल पर स्थित कमरा नंबर 201 का दरवाजा लात मारने से खुल गया। अंदर से निकले युवक ने इसका विरोध किया तो सभी ने उसको मारना-पीटना शुरू कर दिया। पिटाई होती देख युवक के परिवार की महिला सदस्य ने इस पर विरोध जताया। जिसके बाद नशे में धुत सिपाहियों और उनके साथी युवक को पीटते हुए, जबकि महिला को धक्का देते हुए नीचे ले आए।
डॉयल 100 के पुलिस कर्मियों ने भी पेशे को किया शर्मसार
दीपक तिवारी ने बताया कि हंगामा बढ़ता देख रमेश यादव ने इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को सौ नंबर को दी। कुछ ही देर में पुलिस पहुंची तो अपने ही साथियों को हंगामा करते देख रमेश यादव की पिटाई करने के साथ ही उसे आलमबाग कोतवाली ले गयी। पुलिस की शर्मनाक हरकत यहां भी खत्म नहीं हुई और कोतवाली में भी रमेश पीटा गया। इतने से भी मन नहीं भरा तो उसे डराने-धमकाने के साथ ही रातभर कोतवाली में ही बैठाए रखा गया।
मीडिया की जानकारी के बाद कोतवाली से छूटा रमेश
आरोप है कि बेलगाम सिपाहियों के तांडव करने, डॉयल 100 के पुलिस कर्मियों का उनका साथ देने के झटके से होटल मैनेजर और मालिक अभी उबरा भी नहीं था कि सीओ आलमबाग और इंस्पेक्टर आलमबाग मातहतों की करतूत पर कार्रवाई करने की जगह मामला मैनेज करने का उनपर पर दबाव बनाने लगे। पुलिस की प्रताड़ना के बाद उसके चक्रव्यूह में खुद को घिरता देख होटल मैनेजर ने घटना की जानकारी और सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुकी सिपाहियों की करतूत को मीडिया तक पहुंचा दी। जिसके बाद पत्रकारों के सवाल करने पर रमेश यादव को सुबह आलमबाग कोतवाली से छोड़ा गया।
आरोपित तीनों सिपाही मानकनगर थाने से संबंधित है। जिन्हें निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले की जांच कर मुझे इसकी रिपोर्ट दो दिन में एसएसपी को सौंपनी हैं। जांच में अगर किसी अन्य की भी गलती मिलती है तो उसपर भी कार्रवाई की जाएगी। सर्वेश कुमार मिश्रा, एएसपी पूर्वी