आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाजपार्टी के नेताओं ने बगावत कर तगड़ा झटका दिया है। इस्तीफा देने वाले नेताओं में से कुछ ने योगी सरकार में मंत्री और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। नेताओं का आरोप है कि ओम प्रकाश राजभर लगातार सहयोगी दल होने के बावजूद अल्पसंख्यक की आवाज दबा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार सुभासपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के तमाम बड़े पदाधिकारियों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया यूपी के अलग-अलग मंडलों में सुभासपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के दो सौ से ज्यादा मुस्लिम पदाधिकारियों व कार्यकताओं ने पार्टी छोड़ दी है। इस्तीफा देने वाले सभी पदाधिकारियों ने बुधवार राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी जॉइन की।
इस्तीफा देने वालों में से अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व संगठन मंत्री जाफर नकवी ने ओपी राजभर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि लगातार मुस्लिमों को टारगेट करने के मामले को लेकर सुभासपा संगठन में बगावत हुई है। दावा है कि सुभासपा के कई मुस्लिम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ओम प्रकाश राजभर से नाराज होकर पार्टी छोड़ी है।
एक पत्र में कहा गया कि ओम प्रकाश राजभर लगातार सहयोगी दल होने के बावजूद अल्पसंख्यक की आवाज दबा रहे हैं। पत्र में आरोप है की मजारों और वैध मदरसों पर हो रही कार्यवाही पर भी ओपी राजभर खामोश हैं। इन मामलों में भी राजभर मुसलमान के खिलाफ बोल रहे हैं। पत्र में आरोप लगाया गया है कि मंत्री पद की लालच में ओम प्रकाश राजभर मुसलमानों का हक छीन रहे हैं।
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इस्तीफा देने वालों ने मांग की है कि उन्हें यूपी में अल्पसंख्यक विभाग के मुखिया के पद से हटा दिया जाए। साथ ही कहा कि राजभर को किसी से कोई खतरा नहीं है। उनको रुतबा बढ़ाने के लिए केंद्र से सुरक्षा चाहिए। इस्तीफा देने वालों के मुताबिक राजभर मुसलमान विरोधी हैं। वह केवल राजभर जाति को ही बढ़ावा देते हैं।