आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अवैध निर्माण-प्लॉटिंग का ठेका लेने के लिए बदनाम लखनऊ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन की टीम का एक बेहद शर्मनाक कारनामा सामने आया है। प्रवर्तन की टीम ने अवैध प्लॉटिंग गिराने की जगह एक किसान के खेत पर ही दो दिन पहले जेसीबी चलवा दिया था। किसान ने आज एलडीए में आयोजित कमिश्नर रोशन जैकब की जनसुनवाई में प्रवर्तन जोन एक के इंजीनियरों की कारस्तानी बयान करते हुए अपना दर्द सुनाया है।
पीड़ित ने इंजीनियरों की करतूत को कैमरे में कैद करने के साथ ही उसकी वीडियो भी सबूत के तौर पर पैन ड्राइव में रोशन जैकब को सौंपते हुए कहा है कि ऐसा लगता है कि प्रवर्तन के इंजीनियर व अफसर भूमाफियाओं का हित साधने के लिए काम कर रहें हैं। किसान ने दोषी इंजीनियर पर कड़ी कार्रवाई और अपने नुकसान के क्षतिपूर्ति की भी मंडलायुक्त से मांग की है। शिकायत के बाद कमिश्नर ने घटना में शामिल इंजीनियरों को जमकर फटकार लगाने के साथ ही छोड़ी गयी अवैध प्लॉटिंग को तोड़ने का आदेश देते हुए इस पूरे मामले की जांच शुरू करा दी है।
यह था मामला-
प्राधिकरण में चल रही जनसुनवाई में पहुंचे गोसाईगंज थाना क्षेत्र के कासिमपुर गांव निवासी देवेन्द्र शुक्ला ने कमिश्नर को बताया कि घर के पास ही गांव में उसका खेत है। उनके खेत के आसपास दबंगों ने अवैध प्लॉटिंग की है और उसपर भी खेत बेचने का लगातार तरह-तरह से दबाव बना रहें।
दो दिन पहले (छह मई) प्रवर्तन जोन एक की टीम के एई मनोज कुमार के साथ जेई विपिन बिहारी राय और राम चौहान समेत अन्य अवैध प्लॉटिंग तोड़ने के नाम पर जेसीबी लेकर उनके गांव पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने अवैध प्लॉटिंग की जगह अवारा पशुओं से फसल बचाने के लिए बनाई गयी उनके खेत की दीवार ही तोड़नी शुरू कर दी। यह देख उनके पिता शंकर प्रसाद शुक्ला ने उन्हें मना करते हुए बताया था कि यह उनका पुराना खेत है और उन्हें प्राधिकरण की ओर से कोई नोटिस तक नहीं मिली है, लेकिन तीनों इंजीनियरों ने उनके बुजुर्ग पिता की एक नहीं सुनी और लाखों रुपये खर्च कर बनाई गयी खेत की पूरी बाउंड्रीवॉल को ही जमीदोज कर दिया। इस दौरान एक इंजीनियर ने तो बड़बोलेपन में यहां तक कह दिया कि दीवार फिर से बनवा लेना।
भूमाफिया कर रहा खेत बेचने को मजबूर, इंजीनियर उसकी मद्द
देवेंद्र कुमार ने पैन ड्राइव देते हुए कमिश्नर से कहा कि प्रवर्तन की टीम ने किस तरह से नियमों का मजाक बनाते हुए अवैध प्लॉटिंग को न सिर्फ छोड़ दिया, बल्कि भूमाफिया को जमीन बेचने के लिए हम लोगों को मजबूर करने की साजिश रचते हुए खेतों को भी नुकसान पहुंचाया है इसका वीडियो भी इस पैन ड्राइव में देखा जा सकता है। इस पूर मामले से यह भी समझा जा सकता है क एलडीए के इंजीनियरों ने भूमाफियाओं व अवैध प्लॉटिंग करने वालों का हित साधने के लिए किसानों के खेतों पर जेसीबी चलाई है।
अन्य के खेत भी किए बर्बाद
देवेंद्र शुक्ला ने बताया कि उनके अलावा एक अन्य व्यक्ति का खेत भी एलडीए की जेसीबी का गलत इस्तेमाल करते हुए जोन एक के इंजीनियरों ने बर्बाद कर दिया। उन्होंने भी इसकी शिकायत जिलाधिकारी लखनऊ से करते हुए भूमाफियाओं को फायदा पहुंचाने वाली कार्रवाई करने वाले इंजीनियरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्राधिकरण की छवि को कलंकित करने वाले इस मामले को कमिश्नर ने काफी गंभीर मानते हुए एलडीए उपाध्यक्ष को इसकी गहनता से जांच कराकर दोषी इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
एक JE तो कुछ समय पहले ही हुआ बहाल
बताते चलें कि इस मामले के एक आरोप जेई विपिन बिहारी राय हाल ही में अवैध प्लॉटिंग कराने के मामले में निलंबन होकर बहाल हुए हैं। चौंकाने वाली बात यह भी है कि प्रवर्तन जोन एक से निलंबित होने के बाद कोर्ट के आदेश पर बहाली हुई भी तो जेई को फिर से उसी जोन एक में तैनात कर दिया गया।
इंजीनियर ने लगाई झूठी रिपोर्ट, कमिश्नर बोलीं निलंबन की करें तैयारी
वहीं जन सुनवाई में पहुंचे वार्ड नंबर 70 के बीजेपी पार्षद राजेश सिंह गब्बर ने निशातगंज की पेपर मिल कालोनी में गुरूद्वारे के पास हो रहे एक अवैध निर्माण की शिकायत की। पार्षद ने कमिश्नर को बताया कि एलडीए द्वारा सील के बाद भी लगातार अवैध निर्माण चल रहा। जेई ने इस मामले में अधिकारियों को गुमराह करने के लिए झूठी रिपोर्ट तक लगा दी है। इससे पता चलता है कि इसमें बिल्डर और प्रवर्तन के कर्मचारियों की सीधी मिलीभगत है। इस पर रोशन जैकब ने प्रवर्तन जोन छह के अफसर को त्वरित कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण रोकने के आदेश दिये। साथ ही क्षेत्र में पूर्व में तैनात रह चुके जेई सुरेन्द्र कुमार दीक्षित के खिलाफ आरोप पत्र जारी करते हुए निलंबन की कार्रवाई के लिए शासन को संस्तुति भेजने का एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार को निर्देश दिया।
बहन ने की भाई की शिकायत, दर्ज होगा मुकदमा
वहीं ठाकुरगंज निवासी ज्योति अग्रवाल ने प्रार्थना पत्र देते हुए कमिश्नर को बतया कि उनके भाई द्वारा सम्पत्ति का बटवारा कराये बिना चौक में खुन खुन जी रोड स्थित उनके पैतृक कॉम्पलेक्स के दूसरे तल पर अवैध रूप से व्यावसायिक निर्माण करवाया है। उनकी शिकायत पर एलडीए के प्रवर्तन जोन सात की टीम ने निर्माण को सील कर दिया था। लेकिन, उनके भाई ने सील पट्टा हटाकर फिर अवैध निर्माण शुरू करा दिया है। कमिश्नर ने इस मामले में निर्माण कर्ता के खिलाफ स्थानीय कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया।
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एलडीए वीसी के अनुसार आज जनसुनवाई में कुल 37 प्रार्थना पत्र प्राप्त मिले थे। जिनमें से नौ मामलों का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। वहीं, शेष प्रकरणों में समय सीमा निर्धारित करते हुए सम्बंधित अधिकारी व कर्मचारियों को गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश दिये गये हैं।
जनसुनवाई के दौरान कमिश्नर व उपाध्यक्ष के साथ ही सचिव विवेक श्रीवास्तव, अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा समेत एलडीए के अन्य अफसर व इंजीनियर मौजूद रहें।