आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को भाजपा सरकार पर हमला बोला है। सपा मुखिया ने कहा कि देश की सीमाओं को सुरक्षित रखना, सामाजिक सौहार्द बनाए रखना और अर्थव्यवस्था को मजबूत करना किसी भी सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए, लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार इन तीनों मोर्चों पर विफल साबित हुई है।
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लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय के डॉ. राममनोहर लोहिया सभागार में विभिन्न जिलों से आए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आज देश में लोकतंत्र और संविधान पर संकट गहराता जा रहा है। महंगाई और बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा, किसान परेशान हैं और आम आदमी की जेब पर मंहगाई की मार पड़ रही है। हर विभाग में भ्रष्टाचार हावी है और जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है।
अब जनता का भ्रम टूट रहा
पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि आगामी 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी जाए। पार्टी कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर मजबूत काम करना होगा और जनता के बीच जाकर भाजपा की नाकामियों को उजागर करना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल झूठे वादों और भावनात्मक नारों के सहारे सत्ता में बनी हुई है, लेकिन अब जनता का भ्रम टूट रहा है।
इतना ही नहीं भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की हालत बेहद खराब है। अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। दलितों पर अत्याचार के मामलों में यूपी सबसे ऊपर है। सपा मुखिया ने सवाल उठाया कि जब सरकार दावा करती है कि अपराधी प्रदेश छोड़ चुके हैं तो फिर हत्या, लूट और बलात्कार की घटनाएं कैसे हो रही हैं?
फसलों की खरीद में बड़े स्तर पर हो रहा भ्रष्टाचार
किसानों की दुर्दशा का जिक्र करते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि किसानों की फसलों की खरीद में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है। धान, गेहूं और मूंगफली जैसी फसलों का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। गन्ना किसानों को बकाया भुगतान नहीं हुआ और गेहूं की सरकारी खरीद नाम मात्र की हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उद्योगपतियों से मिलीभगत कर रही है और किसानों का शोषण किया जा रहा है।
असली चेहरा पहचान चुकी है जनता
अखिलेश ने कहा कि प्रदेश की जनता अब भाजपा का असली चेहरा पहचान चुकी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए पूरी ताकत से मैदान में उतरें और समाजवादी पार्टी के ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) एजेंडे को लेकर गांव-गांव जाएं। यही एजेंडा सामाजिक न्याय की स्थापना करेगा और उत्तर प्रदेश को एक नई दिशा देगा।