आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। मेट्रो उद्धाटन को लेकर आज समाजवादी पार्टी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। सपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलने के साथ ही पिछले साल दिसंबर में पांच कालीदास पर आयोजित एक कार्यक्रम की तस्वीर आज मीडिया को भेजते हुए सवाल उठाएं हैं। सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने कहा कि दिल्ली मेट्रो का जो उद्घाटन आज हुआ है उसमें नोएड़ा सेक्टर 71 से ग्रेटर नोएडा नालेज पार्क तक का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 15 दिसम्बर 2016 को ही कर दिया था।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मेट्रो परियोजना के पूरी होने में केंद्र सरकार ने कई बाधाएं डाली थीं। यहां तक कि उसने अनापत्ति प्रमाण पत्र देने में भी काफी देर किया था। इसके साथ ही पिछली समाजवादी सरकार में अखिलेश यादव ने लखनऊ मेट्रो का संचालन बेहद कम समय में पूरा कराया था, लेकिन मोदी और योगी सरकार को अखिलेश यादव के जनहितकारी कार्यों की प्रशंसा में दो शब्द बोलना भी गंवारा नहीं। लोकतंत्र में इस प्रकार का व्यवहार राजनैतिक मूल्यों को संकट में डालने वाला है।
पिछले साल की बातों का जिक्र करते हुए सपा के मुख्य प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा कि दिसंबर 2016 को दिल्ली मेट्रो के तहत अखिलेश यादव ने बोटैनिकल गार्डेन कालिन्दी कुंज मेट्रो लाइन का उद्घाटन और नोएडा सेक्टर 71 से ग्रेटर नोएडा नालेज पार्क-5 तक की मेट्रो लाइन का शिलान्यास किया था।
इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि नोएडा एथॉरिटी और दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन के साथ जून 2014 को हुए समझौता पत्र में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कालिन्दी कुंज और ओखला बर्ड सैंचुरी के मेट्रो लाईन के लिए आदेश जारी किया था। जिसकी वजह से मेट्रो के काम में तेजी आ सकी।
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पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार का यह रवैया नया नहीं है। ऐसे ही गोरखपुर में एम्स के लिए समाजवादी सरकार ने मुफ्त जमीन दी थी। उसके शिलान्यास के मौके पर भी भाजपा सरकार ने अखिलेश यादव का न नाम लिया न उन्हें आमंत्रित किया। भाजपा सरकारों ने न तो कोई विकास किया और न जनहित में कोई काम किया। और तो और न कोई वायदा पूरा किया। यह राजनीति का दूसरा और डरावना पक्ष है।
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