आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। घरों में चल रहे शोरूम समेत दूसरी व्यवसायिक गतिविधियों से परेशान पत्रकारपुरम इलाके के लोगों और राहगीरों को राहत दिलाने का सपना दिखाने और कार्रवाई का माहौल बनाने के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों ने अब तेजी से उसके आसपास के इलाके में भी घरों में शोरूम, स्कूल और लैब खुलवाना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों पत्रकारपुरम में चंद शोरूम पर कार्रवाई के बाद एलडीए इंजीनियर के इस रवैये से अब अधिकारियों की मंशा और कार्रवाई का माहौल बनाने के मकसद पर भी सवाल उठाने लगें हैं।
तस्वीरें देखकर आप भी अंदाजा लगाइये बड़े-बड़े दावे करने वाले इंजीनियर और अधिकारी योगी सरकार में कैसे निभा रहें जिम्मेदारी-
पत्रकारपुरम से कुछ दूरी पर 3/30 विशाल खण्ड में अवैध रूप से खुल गया ब्यूटी लैब। लबे सड़क इतने बड़े लैब का निर्माण और उसके बाद उसकी ओपनिंग होने तक एलडीए इंजीनियर और अधिकरियों का कार्रवाई नहीं करना अपने आप में सवाल उठाता है। फिलहाल इस लैब के आसपास के घरों का इस्तेमाल लोग सिर्फ रहने के लिए कर रहें हैं।
मनोज पाण्डेय चौराहे के पास विशाल खण्ड में प्लॉट संख्या 5/27 में चल रही शोरूम खोलने की तैयारी। राह चलते हर किसी को दिखने वाले निर्माणाधीन शोरूम की तरफ से एलडीए के जिम्मेदारों ने बंद कर रखी हैं आंखें।
निर्माणाधीन शोरूम से चंद मकानों की ही दूरी पर विशाल खण्ड के प्लॉट संख्या 5/18 पर बने घर को स्कूल का रूप देकर प्रवेश का बोर्ड भी लगा दिया गया। योगी सरकार में बात-बात पर ईमानदारी का दम भरने वाले इंजीनियरों को ये भी नहीं दे रहा दिखाई।
विवेक खण्ड में प्लॉट संख्या 2/848 पर बने मकान में ही खुलवा दिया गया बाइक का शोरूम। गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के पास खुले इस शोरूम को भी नहीं देख पाएं पत्रकारपुरम के साथ ही पूरे शहर में अवैध निर्माण और आवासीय में कॉमर्शियल उपयोग पर लगाम कसने का दावा करने वाले एलडीए के जिम्मेदार।
टीवीएस शोरूम से चंद कदमों की दूरी पर विनय खण्ड के प्लॉट संख्या 3/180 पर बने इस मकान के बेसमेंट में बुधवार को मेकअप स्टूडियो का उद्घाटन किया गया। ये हालात तब हैं जब शहर में बढ़ती ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए शासन व जिला प्रशासन एलडीए से कॉमर्शियल बिल्डिंगों के बेसमेंट को खाली कराकर उसमें पार्किंग की व्यवस्था कराने को कह रहा है। कॉमर्शियल भवनों की पार्किंग को खाली कराने में नाकाम एलडीए के अफसर, इंजीनियर अब घरों में बने अवैध बेसमेंट का भी कॉमर्शियल इस्तेमाल रोकने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे।
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क्या वसूली और रसूखदारों से संबंध के लिए बनाया गया था माहौल!
बताते चलें कि पत्रकारपुरम समेत गोमतीनगर के अन्य इलाकों में चल रहे अवैध निर्माण और अवासीय में कॉमर्शियल उपयोग पर कार्रवाई के लिए एलडीए के इंजीनियर और अधिकारियों ने मीडिया के जरिए खूब शोर किया। कुछ दिन पहले पत्रकारपुरम चौराहे पर स्थित मनसा क्लाथ के अलावा हुसड़िया चौराहे पर मॉर्डन पैथोलॉजी सेंटर को सील कर प्रेस नोट भी जारी किया गया। एलडीए की तेजी देखकर घरों का कॉमर्शियल इस्तेमाल करने वालों की जहां बेचैनी बढ़ी थी, वहीं आम जनता ने राहत की सांस लेनी शुरू की थी, लेकिन चंद दिनों बाद ही स्थिति एक बार फिर उलट चुकी है।
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इस बारे में एलडीए के सूत्रों की माने तो घरों का कॉमर्शियल उपयोग होने पर जहां घबराएं व्यापारी वर्ग से जमकर वसूली की गयी। वहीं शासन और सत्ता की ऊंची कुर्सी पर बैठे लोगों से एलडीए के इंजीनियर और अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं करने के नाम पर अपने संबंध मजबूत कर लिए। जो बाद में उनकी ही कुर्सी बचाने के काम आएंगे।इसके अलावा शासन स्तर से सख्ती के नाम पर वर्तमान में चल रहें अवैध निर्माण और घरों में तैयार हो रहें शोरूम वालों से एलडीए के भ्रष्टाचारियों ने अपने तय वसूली का रेट भी बढ़ा दिया।
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एलडीए कार्रवाई करने के साथ ही शहर में नियमों का पालन कराने का प्रयास कर रहा है। इन सबके बीच भी अगर कहीं घरों में कॉमर्शियल गतिविधियां शुरू हो रही हैं, तो उन्हें भी रोका जाएगा। इन मामलों में अगर इंजीनियरों की संलिप्ता पायी जाएगी तो उन पर भी कार्रवाई होगी। किसी को भी नियमों से खिलवाड़ की इजाजत नहीं दी जा सकती। एमपी सिंह, एलडीए सचिव
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पत्रकारपुरम के साथ ही पूरा गोमतीनगर एलडीए की कारस्तानी के चलते अपना स्वरूप खो रहा है। आए दिन अधिकारी, इंजीनियर गोमतीनगर सुधारने की लंबी-लंबी बातें करके मीडिया की सुर्खिया बन जाते हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर उनसे कुछ नहीं किया जा रहा है। लोगों को घरों से निकलते ही जहां जाम से जूझना पड़ रहा है वहीं घरों में भी उनकी शांति छिनती जा रही है। इतना ही नहीं नियमों को ताख पर रखकर चल रही शराब और नॉनवेज की दुकानों के चलते होने वाली अराजकता ने कई जगाहों पर युवतियों और महिलाओं का राह चलना भी दुश्वार कर दिया है। डॉ. राघवेंद्र शुक्ला, महासचिव, गोमतीनगर जनकल्याण महासमिति
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