आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। अवैध निर्माण पर कार्रवाई को लेकर गंभीर नजर आ रहे एलडीए उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह एक ओर अपने मातहतों को चेतावनी देने के साथ ही लेसा तक को लेटर लिख रहें हैं। वहीं दूसरी ओर उन्हीं के विभाग के इंजीनियर अपने आला अधिकारी की मेहनत पर पानी फेरने में लगे हैं।
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एलडीए उपाध्यक्ष की तमाम सख्ती के बाद भी ताजा मामला जो सामने आया है, वह बेहद चौंकाने वाला है। शहर के विभिन्न हिस्से में अवैध निर्माण कराने के लिए बदनाम एलडीए के इंजीनियर अब गोमतीनगर स्थित एलडीए के मुख्य कार्यालय से करीब एक किलोमीटर दूर ही भीखमपुरा के आवासीय इलाके में अवैध अपार्टमेंट तैयार करा रहे हैं।
योगी सरकार में भी एलडीए के इंजीनियरों पर नहीं लग पा रही लगाम
योगी सरकार में भी एलडीए के इंजीनियर किस कदर बेलगाम हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छह मंजिला अवैध अपार्टमेंट पेपर मिल कॉलोनी की उस मेन रोड पर बनवा रहे हैं जहां से पूरे दिन शासन से लेकर एलडीए तक के अधिकारी गुजरते हैं। इतना ही नहीं निर्माणाधीन अपार्टमेंट को एलडीए मुख्यालय की बिल्डिंग से भी देखा जा सकता है।
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सील हो चुका है अपार्टमेंट!
स्थानीय लोगों का आरोप है कि अवैध अपार्टमेंट से होने वाली दिक्कत को देखते हुए शिकायत करने पर पिछली सरकार में इसे एलडीए के इंजीनियरों ने ही मजबूरी में सील कर दिया था। लेकिन सरकार बदलने के साथ ही इंजीनियरों के इशारे पर बिल्डर ने सील भवन में ही रात-दिन एक कर तेजी से काम पूरा कराना शुरू कर दिया। जबकि अवैध निर्माण मात्र सात फिट की गली में बन रहा है, इसके अलावा उसके सामने की सड़क भी संकरी होने के चलते अकसर शाम को जाम भी लगता है। आरोप है कि कल ही एलडीए के इंजीनियर और सुपरवाइजर मौके पर आए थे, लेकिन कार्रवाई करने की जगह लेन-देन कर लौट गए।
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बोले जिम्मेदार
कल ही इसे दिखवा लेते हैं, अवैध अपार्टमेंट के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अगर बिल्डिंग सील होने के बाद भी निर्माण चालू है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। जय शंकर दूबे, सचिव लविप्रा
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अभी एलडीए के बाबू मुक्तेश्वरनाथ ओझा को भ्रष्टाचार और एलडीए की छवि धूमिल करने के आरोप में बर्खास्त किया गया है। जबकि भ्रष्टाचार में लिप्त इंजीनियर आज भी खुलेआम अवैध निर्माण करा रहे हैं। इससे भी हर जगह विभाग की छवि खराब हो रही है। एलडीए के अधिकारियों को चाहिए कि इन पर भी कठोर कार्रवाई करे, जिससे कि एलडीए की छवि और सुधर जाए। शिव प्रताप सिंह, कर्मचारी संघ अध्यक्ष, एलडीए
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