भ्रष्‍टाचार पर LDA VC की मातहतों को चेतावनी, पकड़े गए तो बख्‍शे नहीं जाओगे

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मीटिंग करते एलडीए वीसी पीएन सिंह, साथ में सचिव जयाशंकर दूबे, संयुक्त सचिव धनंजय शुक्ला व अपर सचिव सीमा सिंह।

आरयू ब्‍यूरो,

लखनऊ। लंबे समय से भ्रष्‍टाचार और लापरवाही के लिए बदनाम लखनऊ विकास प्राधिकरण की कार्यशौली जल्‍द ही आपको बदली हुई दिखे तो आश्‍चर्य नहीं कीजिएगा। हाल ही में कंगाल एलडीए का चार्ज संभालने वाले उपाध्‍यक्ष प्रभु नारायन सिंह ने आज मातहतों के साथ मीटिंग कर अपनी मंशा और कार्यशौली से उन्‍हें अवगत करा दिया है।

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मीटिंग के दौरान सभा कक्ष में मौजूद एलडीए के लोग।

एलडीए की नई बिल्डिंग में आयोजित मीटिंग में विभाग के मुखिया ने सभी से दो टुक कहा कि उन्‍होंने न कभी रिश्‍वत ली है, और न उन्‍हें चाहिए। इस स्थिति में वह लोग भी सुधर जाए। अगर कोई भी इस तरह की शिकायत पर पकड़ा गया तो बख्‍शा नहीं जाएगा।

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इस दौरान उन्‍होंने आज ही एलडीए कार्यालय में निरीक्षण के दौरान रजिस्‍ट्री कराने आई एक महिला से हुई बातचीत का भी जिक्र किया। वीसी ने कहा कि महिला ने बताया था कि वह 25 हजार लेकर आई है और इतना ही खर्च कर सकती है। वीसी के कहने का साफ अर्थ था कि जनता बिना ऊपरी खर्च और परेशान हुए बिना ही विभाग में अपना काम करा सके।

एक रात में तैयार नहीं होती बिल्डिंग, ध्‍यान दीजिए

एलडीए को सबसे ज्‍यादा बदनाम कराने वाले अवैध निर्माण पर वीसी काफी सख्‍त दिखे उन्‍होंने प्रवर्तन दल के इंजीनियरों से साफ शब्‍दों में कहा कि बिल्डिंग एक दिन में तैयार नहीं होती। इस पर ध्‍यान दीजिए। शहर में अवैध निर्माण नहीं होने चाहिए, अगर हो रहे है तो उन्‍हें सील कीजिए। इसके अलावा अवैध निर्माण की सील भी बिना कार्रवाई पूरी हुए नहीं खुलनी चाहिए।

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समय पर आएं कार्यालय बॉयामेट्रिक के आधार पर मिलेगी सैलरी

फिल्‍ड वर्क के नाम पर ऑफिस नहीं आने और देर से आने वालों पर भी वीसी ने शिकंजा कसते हुए कहा कि हर कोई कार्यालय समय से पहुंचकर बायोमेट्रिक हाजिरी लगाएगा। इसके साथ ही सभी की सैलरी बायोमेट्रिक से जोड़ने का निर्देश भी वीसी ने जारी कर दिया।

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अपने मुखिया को देखने-सुनने के लिए कुछ इस तरह भी नजर आए कर्मचारी।

शिकायत, सुझाव के लिए सीधे मिलें

उपाध्‍यक्ष ने कहा कि विभाग की बेहतरी के लिए कोई सुझाव हो, या फिर कोई दिक्‍कत तो वह लोग सीधे उनसे मिल सकते है। साथ ही एक वाहटसएप्‍प नंबर भी जारी करने की बात कही जिस पर वह लोग गोपनीय रूप से शिकायत और सुझाव भेज सकेंगे।

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खुद बताएं फाइल अनुमोदित होनी है या नहीं

वीसी ने मीटिंग में कहा कि कोई भी फाइल उनके पास भेजी जाए तो उसपर खुद ही लिख दे उसे अनुमोदित होना है या नहीं साथ ही फाइल के पास और फेल की वजह भी लिखें। काम में पादर्शिता होनी चाहिए। किसी भी फाइल को अनावश्‍य अपने पास भी नहीं रखे।

ट्वीटर एकाउंट बनाकर शिकायतों पर रखें नजर

अपने ट्वीटर एकाउंट पर आने वाली जनता की शिकायतों पर नजर रखने के लिए पीएन सिंह ने कहा कि सभी लोग ट्वीटर पर एकाउंट बनाकर शिकायतों पर नजर रखेंगे। जरूरत पड़ने पर सोशल मीडिया पर ही जवाब देंगे। इस दौरान कुछ कर्मचारियों के पास स्‍मॉर्ट फोन नहीं होने की जानकारी पर वीसी ने कार्यवाहक वित्‍त नियंत्रक उमेश शुक्‍ला से उन्‍हें स्‍मॉर्ट फोन उपलब्‍ध कराने को कहा।

हर विभाग में अनुपात में होंगे कर्मचारी

एलडीए के विभिन्‍न विभागों में कम-ज्‍यादा कर्मचारियों की बात को संज्ञान में लेते हुए वीसी ने कहा कि जिस विभाग में कर्मचारी कम है उसमें ऐसे विभाग से कर्मचारी भेजे जाए, जहां आवश्‍यकता से अधिक तैनात हैं। उल्‍लेखनीय है कि कमाई वाले विभाग में जुगाड़ु कर्मचारियों की फौज तैनात है, वहीं कई विभागों में आवश्‍यकता से भी कम कर्मचारी है। हालांकि इसके लिए सीधे तौर पर अधिकारी ही दोषी माने जाते है।

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बेहद खास थी मीटिंग

नई बिल्डिंग के 11 वें फ्लोर पर एक घंटे से भी कम समय चली मीटिंग काफी खास रही। एलडीए में लंबे अर्से बाद बाबू से लेकर चीफ इंजीनियर समेत अन्‍य अफसरों को विभाग के किसी मुखिया ने एक साथ बैठाकर अपनी मंशा स्‍पष्‍ट की थी। हालांकि इस दौरान जगह की कमी के चलते काफी लोग हॉल के अंदर प्रवेश तक नहीं पा सके।

एलडीए के एक पुराने अफसर के अनुसार आज से पहले कुछ इसी तरह की मीटिंग 1996 में लखनऊ विकास प्राधिकरण का चार्ज संभालने वाले ईमानदार व तेज-तर्रार वीसी प्रभात कुमार ने एलडीए के लालबाग स्थित कार्यालय में ली थी। आज की मीटिंगथी तो कम टाइम कि लेकिन वीसी आएं पूरी तैयारी से थे। यही वजह रही कि उन्‍होंने भ्रष्‍टाचार के हर उस प्‍वाइंट को कम शब्‍दों में ही ठीक करने को कह दिया जिसके सहारे आज तक एलडीए में गड़बड़ी का खेल चलता आ रहा है।