आरयू वेब टीम।
बैंको को करोड़ों का चूना लगाकर भारत से फरार हीरा व्यापारी नीरव मोदी लंदन में रह रहा है, जिसके बाद सीबीआइ ने नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए अर्जी दी है। ब्रिटेन के अधिकारियों ने सोमवार को इसकी पुष्टि की है, जिसके बाद गृह मंत्रालय को प्रत्यर्पण अनुरोध भेज दिया है।
नीरव मोदी को वापस लाने का अनुरोध अब विदेश मंत्रालय के माध्यम से ब्रिटेन भेजा जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआइ ने ब्रिटेन के अधिकारियों से नीरव मोदी को उसके खिलाफ इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर उसे हिरासत में भी लेने का अनुरोध किया है।
इस साल जून में सीबीआई के अनुरोध पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। इंटरपोल किसी भगोड़े के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस में अपने 192 सदस्य देशों से कहता है कि उनके यहां उसके दिखने पर उसे गिरफ्तार किया जाए या हिरासत में लिया जाए। इसके बाद प्रत्यर्पण या निर्वासन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
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बता दें कि नीरव मोदी की पत्नी अमी मोदी अमेरिकी नागरिक है और भाई निशाल मोदी बेल्जियाई नागरिक है। मोदी अपने मामा मेहुल चोकसी के साथ जनवरी के पहले सप्ताह में देश छोड़कर भाग गया था, जिसके कुछ सप्ताह बाद देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला सामने आया। इन सभी इस मामले में दर्ज सीबीआइ की प्राथमिकी में आरोपी हैं।
अधिकारियों के अनुसार चोकसी को हाल ही में एंटीगुआ में देखा गया था जहां उसने नागरिकता ले ली है। मोदी और चोकसी ने कारोबारी और सेहत संबंधी कारणों का हवाला देते हुए जांच में शामिल होने के लिए भारत लौटने से इनकार कर दिया है।
मालूम हो कि नीरव मोदी, उसके मामा मेहुल चोकसी और संबंधियों पर 13,500 करोड़ रुपये पंजाब नेशनल बैंक से गलत तरीके से लेने और फिर वापस नहीं करने का आरोप है। पिछले महीने भारत सरकार ने संसद में बताया था कि नीरव मोदी की वापसी के लिए लंदन स्थित इंडियन मिशन को प्रत्यर्पण अर्जी भेज दी गई है। आपको बता दें कि 2002 के बाद से नीरव मोदी 29वां शख्स है जिसके लिए भारत सरकार ने प्रत्यर्पण की अर्जी दी है। पिछले 16 साल में नौं बार ब्रिटेन सरकार प्रत्यपर्ण अर्जी ठुकरा चुकी है।