आरयू संवाददाता,
पीजीआइ। पीजीआइ इलाके में शुक्रवार की शाम यूको बैंक के कैशियर की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के समय कैशियर बाइक द्वारा बैंक से घर लौट रहे थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही अपनी छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया हत्या के पीछे की वजह कोई रंजिश लग रही है। वहीं कैशियर की हत्या से परिजनों में कोहराम मचा है।
बताया जा रहा है वृन्दावन कॉलोनी के सेक्टर नौ निवासी राहुल सिंह (42) वायु सेना से रिटॉयर्ड होने के बाद कुछ महीनों से गोसाईगंज स्थित यूको बैंक की शाखा में बतौर कैशियर नौकरी कर रहे थे। रोज की तरह आज शाम राहुल अपनी पैशन प्रो बाइक से घर लौट रहे थे, तभी सेंवई चौराहे के समीप पीछे से घात लगाकर आए बदमाश उन्हें पीठ पर गोली मारकर भाग निकले।
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गोली लगने के बाद राहुल बाइक खड़ी कर जमीन पर बैठे और कुछ ही देर में वह सड़क पर लुढ़क गए। घटना की सूचना पाकर एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी नार्थ, सीओ कैंट के अलावा पीजीआइ और गोसाईगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। चर्चाओं के अनुसार बदमाशों ने लूट के लिए कैशियर की हत्या की है।
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हालांकि घटना के ठीक बाद एसपी नार्थ ने लूट की बात से इंकार करते हुए बताया कि मृतक का बैग समेत अन्य सामान मौजूद है। जिस तरह से हत्या की गयी उसके पीछे किसी रंजिश का अंदेशा है। फिलहाल परिजन बात करने की स्थिति में नहीं है और न ही उन्होंने कोई तहरीर दी है। पुलिस अभी अपने स्तर से छानबीन कर रही है।
सीमा विवाद में उलझी पुलिस, लोगों ने कहा बच सकती थी जान
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना की सूचना पाकर पीजीआइ के साथ ही गोसाईंगंज पुलिस सबसे पहले मौके पर पहुंची थी, उस समय तक राहुल सिंह की सांसें चल रही थी। पुलिस उन्हें अस्पताल पहुंचाने की जगह काफी देर तक सीमा विवाद में ही उलझी रही। जिसके बाद राहुल ने दम तोड़ दिया। लोगों का ये भी मानना था कि अगर तेजी दिखाते हुए राहुल को अस्पताल पहुंचाया होता तो उनकी जान बच भी सकती थी। वहीं पुलिस की संवेदनहीन लापरवाही पर राहुल के परिजनों में भी रोष है।
चार भाईयों में दूसरे नंबर पर थे राहुल
मूल रूप से उन्नाव के निहाल खेड़ा निवासी राहुल सिंह अजय पाल के चार बेटों में दूसरे नंबर पर थे। वो पत्नी ममता और नौ साल की बेटी अवंती के साथ वृन्दावन कॉलोनी में रह रहे थे। घटना के बाद मौके पर पहुंची मां ऊर्वशी, पिता अजय पाल व पत्नी ममता का रो-रोकर बुरा हाल था।
प्लॉट पर बनवा रहे थे घर
आसपास के लोगों ने बताया कि राहुल सिंह ने कुछ समय पहले ही पीजीआइ के सरस्वती पुरम में एक प्लॉट खरीदा था। जिस पर वो घर बनवा रहे थे। आज जब गोली लगी तो उन्हीं के मोबाइल से लोगों ने निर्माण कार्य कर रहे राजगीर को इसकी जानकारी दी। राजगीर की सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे।
पिता ने दर्ज कराया पांच के खिलाफ नामजद मुकदमा
वहीं बाद में राहुल के पिता अजय पाल सिंह ने पुरानी रंजिश के हवाला देते हुए उन्नाव के निहालखेड़ा निवासी तेज बहादुर सिंह के अलावा उनके बेटे शिव शंकर वर्मा, लोकेंद्र प्रताप, पप्पू सिंह व मानवेंद्र सिंह के खिलाफ पीजीआइ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
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