आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गोमतीनगर के हुसड़िया चौराहे के पास आज दोपहर गिरी अवैध तीन मंजिला बिल्डिंग के मलबे में लोगों के दबे होने की आशंका देर रात तक भले ही जतायी जाती रही हो, लेकिन अगर यहीं बिल्डिंग 15 मिनट भी पहले गिर जाती तो कई लोगों की जान जाना तय था।
बिल्डिंग का मलबा बगल में स्थित डॉ. बी. एल. रस्तोगी के मकान के अलावा पीछे स्थित विराम खंड पांच के भवन संख्या 22 पर भी गिरा था, जिससे उसके एक हिस्से की छत ढह गयी और अंदर कमरे में पूरा मलबा भर गया। मकान में रहने वाले लोगों ने बताया कि जिस हिस्से की छत गिरी उसके ठीक नीचे विवेक खण्ड निवासी रामजीवन गुप्ता ने मिनरल वॉटर का गोदाम बना रखा था।
घटना से करीब 15 मिनट पहले गोदाम में कर्मचारी और वॉटर सप्लाई करने वाले राम अभिलाष, सुरेंद्र, सरोज, लाला व करन मौजूद थे, लेकिन घटना के समय तक वो मिनरल वॉटर लेकर सप्लाई करने के लिए निकल चुके थे। हालांकि जान बचने पर वहां मौजूद लोग उपरवाले का शुक्र अदा करते रहे।
वहीं उक्त मकान शासन में तैनात अधिकारी अजय सिंह का बताया गया है। विवेक खण्ड निवासी अजय सिंह ने अपने परिचित रामजीवन गुप्ता को इसे इस्तेमाल करने के लिए दिया है।
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