आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। एशिया और उसके आसपास के बड़े भू-भाग पर गुरू नानक देव ने अपने कीर्तन के माध्यम से लाखों लोगों को सदाचार का पाठ पढ़ाया। उस दौर में भी वह सीधा बोलते थे और बाबर को जाबर कहने की चेष्टा सिर्फ नानक देव ही कर सकते थे। गुरुनानक की वाणी में लोक कल्याण के भाव छुपे हैं। यह भाव आज 550 वर्ष के बाद में उनके विचार में दिखाई पड़ रहे हैं।
उक्त बातें शुक्रवार को डीएवी कॉलेज के मैदान में आयोजित प्रकाशोत्सव समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिखों के महान संत गुरु नानक देव के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कही। योगी ने आगे कहा कि गुरुनानक ने लोक कल्याण के लिए सत्संग और प्रवचन दिए और अनेक यात्राएं की। एशिया और यूरोप के एक बड़े भूभाग को कीर्तन और यात्राओं के माध्यम से कृतार्थ किया। 50वां वर्ष पहले गुरु नानक साहब ने अवतार लिया, आप सबके जीवन में तमाम खुशियां हैं, मानवता के कल्याण के लिए उन्होंने अवतार लिया था। सिख धर्म की रक्षा में उनकी भूमिका को नकारा नही जा सकता।
सीएम ने कहा कि खालसा पंथ की ही कृपा है कि लंगर में जाति धर्म से ऊपर उठ कर सेवा की जाती है। आजाद भारत के बाद पंजाब ने विश्व को कृषि की आत्मनिर्भरता के बारे में बताया। इस दौरान कॉरिडोर पर बात करते हुए योगी ने कहा कि गुरुनानक देव सहित सभी गुरुओं के कार्यस्थल का कॉरिडोर बनाने पर प्रधानमंत्री के निर्णय की सराहना करने के साथ उनका आभार जताया। इस अवसर पर लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया के साथ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
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