आरयू इन्टरनेशनल डेस्क।
शुक्रवार को अमेरिका ने कहा कि वह पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन वह आतंकियों को सहायता पहुंचाने के साथ ही पनाह दने वाले लोगों के खिलाफ अपना काम हमेशा की तरह जारी रखेगा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी का यह भी दावा हैं कि पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियारों को आतंकियों की पहुंच से काफी दूर रखा हैं। यह बातें उन्होंने अपनी एक प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों से कही। अमेरिका के इस बयान के बाद काफी समय से आतंकवाद और पाकिस्तान के प्रति उसका रूख भी साफ हो गया।
पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने वाली ऑनलाइन याचिका और एक विधेयक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने पत्रकारों को बताया कि हमने ऐसा कुछ नहीं देखा और ऐसी किसी बात का समर्थन भी नहीं करते। अमेरिका ने इसके साथ ही कशमीर समेत अन्य मामलों को सुलझाने के लिए भारत और पाकिस्तान को सार्थक वार्ता करने की भी सलाह दी हैं। उनका मानना था कि सार्थक वार्ता के बाद तनाव के माहोल से लोगों को निजात मिल जाएगी।