आरयू वेब टीम। काफी समय की अटकलों के बाद मालेगांव ब्लास्ट मामले में आरोपित रहीं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बुधवार को भाजपा ज्वाइन कर ली है। आज मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में साध्वी प्रज्ञा ने भाजपा की सदस्यता ली है।
साध्वी प्रज्ञा के भाजपा में शामिल होने के बाद आज तय माना जा रहा था कि वो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ एमपी की भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। वहीं उनके भाजपा में शामिल होने के कुछ ही घंटों बाद भाजपा ने भी साध्वी प्रज्ञा के भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लगाते हुए उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया।
इससे पहले आज भाजपा में शामिल होने के बाद साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि वो लोकसभा चुनाव लड़ेगी और जीतेंगी भी। बीजेपी के भोपाल स्थित प्रदेश मुख्यालय पर आज पहुंची साध्वी ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा, रामलाल और प्रभात झा समेत कई नेताओं की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
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बताते चलें कि लगभग तीन दशकों से भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है। इससे पहले कांग्रेस के नेता शंकर दयाल शर्मा ने (देश के राष्ट्रपति भी रहे) साल 1984 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1989 से लेकर आज तक इस लोकसभा पर भाजपा का ही कब्जा बना रहा है।
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बताते चलें कि साध्वी प्रज्ञा का जन्म मध्य प्रदेश के भिंड जिले के कछवाहा गांव में हुआ था। हिस्ट्री में पोस्ट ग्रैजुएट प्रज्ञा का शुरुआत से ही दक्षिणपंथी संगठनों की तरफ रुझान था। वह आरएसएस की छात्र इकाई एबीवीपी की सक्रिय सदस्य भी रह चुकी हैं। उनका नाम मालेगांव ब्लॉस्ट के अलावा आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी की हत्या में भी आ चुका है।