आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गर्मी के चढ़ते पारे ने इंसान के साथ ही जानवरों के जीवन को भी कठिन बना दिया है। गुरुवार को गर्मी के चलते नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) में एक कोबरा सांप की जान पर बन आई। हालांकि जू के कर्मचारियों ने एक नई पहल करते हुए कोबरा की जान बचा ली।
प्राणी उद्यान के निदेशक आरके सिंह ने बताया कि प्राणी उद्यान में एक कोबरा सांप गर्मी के कारण भोजन नहीं खा पा रहा था। जिसके चलते वो अर्द्धमूर्छित अवस्था में मुंह खोलकर धीरे-धीरे रेंग रहा था। सांप की जान बचाने के लिए आज पहली बार फीडिंग पाइप और सीरिंज के जरिए सांप को खाना खिलाने का फैसला लिया गया।
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जिसके बाद स्नैक कीपर आदित्य तिवारी ने कोबरा सांप को फीडिंग पाइप और सीरिंज से अंडे का घोल पिलाया। खाना पेट में पहुंचने पर सांप की स्थिति अब ठीक हो गयी है।
वहीं दूसरी ओर चार दिन पहले पीलीभीत से रेस्क्यू कर जू में लाई गयी बाघिन की हालत ठीक नहीं चल रही है। बाघिन के बारे में जानकारी देते हुए आरके सिंह ने कहा कि बाघिन का स्वास्थ्य स्थिर बना है। पशु चिकित्सक एवं अन्य स्टाफ उसकी चिकित्सा एवं देखभाल कर रहे हैं।
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फिलहाल बाघिन को वन्यजीव चिकित्सालय के आइसोलेशन कक्ष में रखा गया है, जहां बाघिन के लिए कूलर एवं खस लगाई गयी है, जिससे कक्ष का तापमान सामान्य है। बाघिन को भोजन में सूप, मुर्गा तथा मीट दिया जा रहा है। बीती रात बाघिन ने थोड़ा पानी और भोजन ग्रहण किया। वृद्धावस्था तथा बीमारियों के कारण बाघिन ज्याद चल-फिर नहीं पा रही है। दवाओं की सहायता से बाघिन का स्वास्थ्य स्थिर है।