आरयू वेब टीम। पांच ट्रिलियन डॉलर की भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर उठ रहे सवालों के बीच गुरुवार को पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा है कि पांच साल में भारतीय अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन डॉलर यानी पांच लाख करोड़ डॉलर की हो जाना साधारण गणित है। यह कोई बड़ी बात नहीं है, इसलिए हवाई बातें करने से अच्छा है जमीन पर आ जाएं।
पूर्व वित्त मंत्री ने आज कहा है कि हर 6-7 साल में अर्थव्यवस्था डबल हो जाती है। स्वाभाविक रूप से ऐसा हो जाएगा। यह साधारण गणित है, इसमें बड़ी बात क्या है। साथ ही उन्होंने बजट में आंकड़ों की कमी की आलोचना की।
आज राज्यसभा में चिदंबरम ने बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि साल 1991 में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 325 अरब डॉलर का था, साल 2003-04 में यह डबल होकर 618 अरब डॉलर का हो गया। अगले चार साल में यह फिर डबल हो गया 1.22 ट्रिलियन डॉलर तक। सितंबर 2017 तक यह फिर डबल हो गया 2.48 ट्रिलियन डॉलर तक। यह फिर डबल हो जाएगा अगले पांच साल में। इसके लिए किसी प्रधानमंत्री या वित्त मंत्री की जरूरत नहीं है। यह कोई साधारण साहूकार भी जानता होगा। इसमें बड़ी बात क्या है।’
साथ ही चिंदबरम ने कहा कि नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ 12 फीसदी के आसपास है, इसलिए इसमें कोई अचरज की बात नहीं है कि अगले पांच साल में अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर का आकार छू ले। इससे भी बड़ी बात यह है कि अर्थव्यवस्था कमजोर है। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इसको संभालने के लिए साहसी कदम उठाएंगे। वे संरचनात्मक सुधार करेंगे, निवेश को बढ़ाने का उपाय करेंगे। भारत की जीडीपी ग्रोथ को इस साल 8 फीसदी और आगे 10 फीसदी तक ले जाने की कोशिश करेंगे।
62 हजार नौ सौ सात पोस्ट के लिए 82 लाख ने किया अप्लाई
वहीं इस दौरान देश में बढ़ती बेरोजगारी के बारे में पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है। 62,907 खलासी की पोस्ट के लिए 82 लाख लोगों ने अप्लाई किया। इनमें से 4,19,137 लोग बीटेक ग्रैजुएट हैं और 40,751 लोगों ने इंजीनियरिंग में मास्टर्स कर रखा है। ये आपकी अर्थव्यवस्था है। असलियत को देखते हुए आपको बोल्ड होना चाहिए। सरकार के पास इतना बड़ा बहुमत है। लोकसभा में 303 सीटें हैं। डॉ. मनमोहन सिंह और हम बात करते हैं कि हम कहते हैं कि काश हमें भी ऐसा जनादेश मिला होता है।