आरयू ब्यूरो, लखनऊ/झांसी। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव के परिजनों से मिलने के लिए गांव करगुआं खुर्द पहुंचे। अखिलेश ने पुष्पेंद्र के परिवारवालों को सांत्वना देते हुए ढ़ाढस बंधाया। अखिलेश ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए आरोप लगाया था कि पुष्पेंद्र को पुलिस ने उस समय मार डाला, जब वह ट्रक छुड़वाने के लिए थानाध्यक्ष के पास गया था।
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वहीं इस दौरान घर के अंदर और बाहर भारी पुलिस बल की तैनाती रही। अखिलेश के पहुंचते ही वहां मौजूद ग्रामीणों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाकर पुष्पेंद्र के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की। पुलिस ने गुस्साए ग्रामीणों को बैरिकेडिंग लगा स्थिति काबू में किया। बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव आज रात सर्किट हाउस में रुकने बाद गुरुवार सुबह वापस लौटेंगे।
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यह है मामला-
झांसी पुलिस के अनुसार, शनिवार की रात बालू खनन में शामिल पुष्पेंद्र ने कानपुर-झांसी राजमार्ग पर मोंठ के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान पर फायर कर उनकी कार लूट ली थी। हमले में इंस्पेक्टर धर्मेंद्र के चेहरे पर फायर बर्न के निशान मिले थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पुलिस ने उसी रात नाकेबंदी कर पुष्पेंद्र को गुरसरांय थाना इलाके में फरीदा के पास मुठभेड़ में मार गिराया था। उस वक्त पुष्पेंद्र के साथ दो और लोग थे। लेकिन, वे फरार हो गए।