आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पुलिस एनकाउंटर में मारे गए झांसी के पुष्पेंद्र यादव का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। वहीं पुष्पेंद्र एनकाउंटर मामले में यूपी के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) पीवी रामाशास्त्री ने कहा है कि यूपी पुलिस ने इस मामले में विधि सम्मत कार्य किया है तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है। इतना ही नहीं एनकाउंटर की मजिस्ट्रेटी जांच हो रही है।
एडीजी ने प्रेसवार्ता में मीडिया को बताया कि पुष्पेंद्र के परिवार को पार्थिव शरीर सौंपने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन परिवार ने शव नहीं लिया तो धार्मिक रीति-रिवाजों के मुताबिक दाह संस्कार कराया गया। दाह संस्कार में स्थानीय लोग भी शामिल हुए थे। परिवार ने दाह संस्कार के बाद अवशेष लिए।
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वहीं यूपी पुलिस द्वारा पुष्पेंद्र के खिलाफ दर्ज मुकदमों से जुड़ी ट्वीट किए जाने पर एडीजी ने कहा कि अपराधी का बड़ा या छोटा होने का सवाल नहीं है। पुलिस क्रैकडाउन की प्रक्रिया का पालन हुआ है। पीड़ित परिवार की तहरीर पर भी जांच हो रही है। एनकाउंटर से पहले पुष्पेंद्र पर 2014, 2015 के पांच मुकदमे थे। पुष्पेंद्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट जांच का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि पुष्पेंद्र का भाई अपना बयान दे सकता है। पुष्पेंद्र के भाई के पक्ष की जांच की जा रही है।
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वहीं अखिलेश यादव के झांसी दौरे को लेकर एडीजी ने कहा कि दुखी परिवार को सांत्वना देने के लिए कोई भी जा सकता है। एडीजी ने बताया कि इंस्पेक्टर धर्मेंद्र चौहान इलाज करवाने के लिए छुट्टी पर हैं, फिलहाल दूसरे इंस्पेक्टर मोंठ थाने के चार्ज पर हैं।