आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। योगी राज में पुलिस और एसटीएफ के ताबड़तोड़ एनकाउंटर करने पर अब समाजवादी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। एनकाउंटर को फर्जी करार देने के साथ ही इसमें निर्दोष लोगों की पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही सपा के प्रदेश अध्यक्ष समेत छह सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने आज राज्यपाल राम नाईक से मिलकर प्रदेश की कानून-व्यवस्था के संबंध में उन्हें ज्ञापन सौंपने के साथ ही योगी सरकार पर संगीन आरोप लगाए हैं।
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने आज मीडिया को बताया कि योगी सरकार के प्रोत्साहन पर कानून-व्यवस्था सुधारने के नाम पर फर्जी एनकाउंटर में निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। सपा के प्रतिनिधमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन के साथ बागपत जिले के चिरचिटा थाना सिंघावली निवासी कर्मचंद के बेटे सुमित कुमार की तीन अक्टूबर 2017 को मुठभेड़ दिखाकर की गई हत्या की सीबीआई जांच की मांग का प्रार्थनापत्र भी दिया है। राज्यपाल महोदय को बताया गया कि सुमित की कोई अपराधिक पृष्ठ भूमि नहीं थी उसके बाद भी पुलिस ने उसका फर्जी एनकाउंटर कर डाला।
दहशत में है अल्पसंख्यक, विपक्ष को दबाने में हो रहा पुलिस का इस्तेमाल
मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि प्रर्थना पत्र के साथ दिए गए ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल को अवगत कराया गया है कि किस तरह से योगी सरकार में प्रदेश की कानून-व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। निर्दोष लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा, अल्पसंख्यक वर्ग दहशत में हैं। व्यापारी, महिलाएं, छात्राएं असुरक्षित हैं। मासूम बालिकाओं की दुष्कर्म के बाद हत्या, छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं से पूरा समाज शर्मसार है।
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भाजपा के लोग पुलिस की पिटाई कर रहे हैं। थानों में बीजेपी के नेताओं का राज है। पुलिस का प्रयोग अब विपक्ष को दबाने, फंसाने और उसको प्रताड़ित करने में हो रहा है। उन्होंने आगे कहा हाल में निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों एवं ब्लाक प्रमुखों को हटाकर भाजपा के लोगों को बिठाने में प्रशासन ने नंगा नाच किया हैं। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि इन गंभीर समस्याओं पर राज्यपाल रामनाईक ने सपा के प्रतिनिधिमंडल को ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
राज्यपाल से मिलने वाले प्रतिनिधि मण्डल में सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल समेत नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, नेता विरोधी दल विधानसभा रामगोविन्द चौधरी, मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी, एमएलसी रामसुन्दर दास निषाद व छात्रसभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान शामिल थे।
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