आरयू वेब टीम। महाराष्ट्र में जारी सियासी खींचतान के बीच केंद्र सरकार में शिवसेना के कोटे से मंत्री बने अरविंद सावंत ने सोमवार सुबह अपने पद से इस्तीफा देकर गठबंधन खत्म होने का ऐलान कर दिया है। इस्तीफा देने के बाद दिल्ली में सावंत ने प्रेसवार्ता कर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष और शिवसेना प्रमुख के बीच 50-50 फॉर्मूला तय हुआ था, जिसमें सीएम पद भी शामिल था, लेकिन बीजेपी ने इस बात को नकारा जिससे ठाकरे परिवार को ठेस पहुंची।
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इससे हालात खराब हुए और हमारा गठबंधन नहीं रहा। सावंत ने कहा कि ऐसे माहौल में मैं कैबिनेट में रहूं, यह उचित नहीं है, इसलिए मैंने अपना त्यागपत्र पीएम को सौंप दिया है। एनडीए से शिवसेना के बाहर होने पर सावंत ने कहा कि मेरे त्यागपत्र का मतलब समझ सकते हैं। उन्होंने महाराष्ट्र भाजपा पर समझौता तोड़ने के लिए झूठ का सहारा लेने का आरोप लगाया। सावंत ने कहा, “झूठ के ऐसे माहौल में मुझे केंद्रीय मंत्रिमंडल में क्यों बने रहना चाहिए?
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वहीं इस संबंध में सावंत ने सोमवार को इस्तीफे का ऐलान करते हुए ट्वीट कर कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-शिवसेना के बीच सत्ता साझेदारी को लेकर एक समझौता हुआ था। जिसे “दोनों पक्षों ने स्वीकार किया था, लेकिन इससे इंकार कर शिवसेना को झूठा बताने की कोशिश की गई। यह चौंकाने वाला है और राज्य के स्वाभिमान पर धब्बा है।”