आरयू वेब टीम।
500 व 2000 रुपये के नोटों के सुरक्षा फीचर के लिए सरकार बैंक नोटों के सुरक्षा फीचर में हर तीन से चार साल में बदलाव करने की सोच रही है। जिसके पीछे उद्देश्य जाली नोटों पर लगाम लगाना बताया जा रहा है।
नोटबंदी के दौरान सरकार ने पिछले चार महिनों में भारी मात्रा में जाली नोट पकड़े हैं। जिसको ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मुददे पर एक उच्चस्तरीय बैठक में चर्चा हुई है। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि सहित वित्त व गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी मौजूद थे।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने इस कदम का समर्थन करते हुए कहा कि ज्यादातर विकसित देश अपने मुद्रा नोटों में सुरक्षा फीचर हर 3-4 साल में बदल देते हैं। भारत के लिए इस नीति का पालन करना अनिवार्य है।
इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि नए नोटों में भी अतिरिक्त सुरक्षा फीचर नहीं हैं। हाल ही में पकड़े गए जाली नोटों में पाया गया है कि 17 सुरक्षा फीचर में से कम से कम 11 की नकल की गई है।