आरयू वेब टीम। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 72 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर कांग्रेस के अलावा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित तमाम दिग्गज नेताओं श्रद्धाजंलि अर्पित की। गुरूवार सुबह पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और गुलाम नबी आजाद भी राजघाट पहुंचे।
वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राजघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल एम.एम नरावने, नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह और आईएएफ चीफ एयर मार्शल आर के एस भदौरिया भी पहुंचे।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने श्रद्धाजंलि अर्पित कर अपने ट्वीट में कहा, ‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन, पूज्य बापू के व्यक्तित्व, विचार और आदर्श हमें सशक्त, सक्षम और समृद्ध न्यू इंडिया के निर्माण के लिए प्रेरित करते रहेंगे’
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वहीं प्रियंका गांधी ने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि, बापू तुम जिंदा हो, खेतों में खलिहानों में, न्याय, सत्य और प्रेम के अरमानों में। जबकि उपराष्ट्रपति नायडू ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी को आज उनकी पुण्यतिथि पर देश उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहा है, मैं भी उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं।’ उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का समग्र जीवन और शांति एवं अहिंसा का उनका संदेश पूरी दुनिया के लिए सर्वकालिक तौर पर सामयिक है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि गांधी जी ने अहिंसा, सत्याग्रह और असहयोग के अपने दर्शन से लोगों को एकजुट कर राष्ट्रीय आंदोलन का नेतृत्व किया था।
वहीं नायडू ने बापू के ग्राम स्वराज्य की संकल्पना को शहर और गांव के बीच की खाई पाटने का एकमात्र सूत्र बताते हुए कहा, ‘भूख, भ्रष्टाचार, भेदभाव, ग़रीबी और असमानता से मुक्ति दिलाकर सामाजिक और धार्मिक समरसता क़ायम कर नए भारत का निर्माण करना ही गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।’
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा,’ आज के दिन हमे ये सोचने की जरूरत है कि हिंदुस्तान किस रास्ते को अपना रहा है गांधी जी के या उनके हत्यारों के।’ उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गुरुवार को 72वीं पुण्यतिथि है, आज ही के दिन 1948 में हत्या कर दी गई थी।