आरयू वेब टीम। महाराष्ट्र चुनाव के घोषणा पत्र में वीर सावरकर को भारत दिलाए जाने की मांग के बाद जहां सोशल मीडिया जंग छिड़ी हुई है। वही राजनीतिक गलियारों में भी कम घमासान नहीं मचा है। इन सबके बीच कांग्रेस ने हिंदुत्व विचारक सावरकर को भारत रत्न देने की भाजपा की मांग पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि वह महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को यह सम्मान देने की मांग क्यों नहीं करतें?
कांग्रेस प्रवक्ता व पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने अपने एक बयान में कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष पर इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचना चाहिए। सावरकार को देश के सबसे बड़े सम्मान दिए जाने की बात पर मनीष तिवारी ने नागपुर में कहा कि सावरकर पर महात्मा गांधी हत्याकांड में साजिश में शामिल होने के आरोप में मुकदमा चला था, भले ही बाद में वह बरी हो गए थे। एक जांच आयोग ने पाया था कि सावरकर और उनके कुछ सहयोगियों को संभवतः इस साजिश के बारे में पहले से ही जानकारी थी।
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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘इसलिए महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष में क्या एनडीए-भाजपा सरकार किसी ऐसे व्यक्ति को सम्मानित करने जा रही है, जिसने महात्मा गांधी की हत्या का प्रयास किया था… 1969 में, जब कपूर आयोग का गठन किया गया था, इसमें संभवतः पाया गया कि सावरकर और उनके कुछ अन्य सहयोगियों के पास 30 जनवरी, 1948 को हुई घटना की पहले से ही जानकारी थी। यदि यह सब सही है तो सरकार को गंभीरता से सोचने की जरूरत है कि वे किस रास्ते पर जा रहे हैं।