आरयू वेब टीम। देश की सबसे बड़ी अदालत ने शाहीन बाग में मौजूद प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए दो वार्ताकार संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन को नियुक्त किया जो बुधवार को शाहीन बाग पहुंचे। संजय हेगड़े ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि हम आप लोगों को सुनने आए हैं और आप लोग आराम से बैठें। हमें कोई जल्दी नहीं है और हम आप की पूरी बात सुनेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने हमको कहा है कि आपसे आकर बात करें और मैं और साधना रामचंद्रन आपसे बात करने आए हैं।
साधना रामचंद्रन ने आते ही शाहीन बाग में मौजूद लोगों का अभिवादन किया और उन्हें नमस्कार कहा, हालांकि उन्होंने लोगों से शांत रहने की अपील करते हुए कहा कि ऐसे माहौल में बात नहीं हो पाएगी। संजय हेगड़े ने शाहीन बाग प्रदर्शन के मंच से सुप्रीम कोर्ट का फैसला अंग्रेजी में पढ़ा। इसके बारे में साधना रामचंद्रन ने हिंदी में बताया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम ने कहा कि आपका आंदोलन करने का अधिकार बरकरार है। कोर्ट ने कहा कि ये बरकरार रहना चाहिए।
यह भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने कहा, सरकार शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बात करने को तैयार
हम सब की तरह और भी नागरिक है। दो दुकानदार और नागरिक है उनका भी अधिकार है। बच्चों का हक है स्कूल जाना। कोर्ट ने कहा कि सबका हक बरकरार रहना चाहिए। साधना रामचंद्रन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हमें भेजा है कि आपके साथ मिलकर इसका हल निकालना है। हम ऐसा हल निकालेंगे कि न सिर्फ हिंदुस्तान के लिए बल्कि, पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन जाएगा, इसका पूरा विश्वास है। साधना ने कहा कि बिना मीडिया के बातचीत करेंगे।
बता दें कि शाहीन बाग में पिछले 67 दिन नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है। ये प्रदर्शन कालिंदी कुंज रोड पर चल रहा है जो नोएडा और दिल्ली को जोड़ता है। प्रदर्शन के चलते वहां काफी दिनों से कई शोरूम और दुकानें बंद हैं।