आरयू वेब टीम। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यस बैंक से पैसे निकालने की लिमिट तय करने बाद से अकाउंट होल्डर्स में हलचल तेज हो गई है। वहीं कल रात से लेकर शुरु हुई एटीएम के बाहर लगी लाइन शुक्रवार को भी देखने को मिली। हालात यह हो गए कि एटीएम में कैश खत्म होने लगा, लेकिन एटीएम के बाहर लोगों की लाइनों में कोई कमी नहीं आई। लोगों के अंदर नोटबंदी वाला डर देखने को मिल रहा है।
वहीं गाजियाबाद आरडीसी स्थित यस बैंक पर ग्राहकों की भारी भीड़ लगी है। नकद निकासी के लिए ग्राहक सुबह से ही बैंक की लाइनों में लगे हैं। सुरक्षा के लिहाज से बैंक पर पुलिस भी तैनात की गई है। लोगों का आरोप है कि बैंक पैसे निकालने नहीं दे रहा है। लोगों ने बैंक कर्मचारियों पर अभद्रता का आरोप लगाया है। लोगों का कहना है कि बैंक टोकन देकर 50 हजार रुपये तक की पेमेंट कर रहा है, लेकिन जिन लोगों को टोकन नहीं मिल पाए उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा।
जबकि फरीदाबाद में एक अकाउंट होल्डर ने बताया कि घर में बीमार मां के इलाज के लिए पैसे निकालने पहुंचे एनआईटी निवासी सलीम का कहना है कि चार दिन से मां की तबीयत खराब है। आज निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाना था। इलाज के लिए सुबह बैंक से पैसे निकालने आया तो यहां लंबी लाइन से गुजरना पड़ा। सलीम आगे कहते हैं कि किसी तरह काउंटर पर नंबर आया तो अधिकारी ने सर्वर डाउन की बात कह कर लौटा दिया। इसके बाद बैंक में लगे एटीएम से पैसे निकालने का प्रयास किया तो गार्ड ने पैसे नहीं होने की जानकारी दी। इस कारण उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है।
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मुंबई में यस बैंक के फोर्ट और परेल ब्रांच एटीएम पर शुक्रवार सुबह लोगों की लंबी लाइनें देखने को मिलीं। यही हाल दूसरी जगहों पर भी रहा। होली से ठीक पहले इस तरह की लिमिट के कारण लोग बेहद परेशान हैं। उनका कहना है कि बिना किसी जानकारी के लिमिट लगाए जाने से अचानक एटीएम के बाहर भीड़ हो गई है और कैश खत्म होने लगा है। वहीं दक्षिण मुंबई के होरनिमान सर्कल में एटीएम के शटर गिरे हुए थे। उपनगरीय चेंबुर के रिहायशी इलाके में एक एटीएम से कैश निकल रहा था, लेकिन वहां लंबी कतार लगी हुई थी।
फाइनैंस मिनिस्ट्री के सूत्रों ने बताया कि एसबीआइ, यस बैंक को बेल आउट करने को तैयार है। उसके बाद आरबीआइ और सरकार की तरफ से यस बैंक को लेकर यह फैसला तब आया। अब यस बैंक का नेतृत्व अगले महीने आरबीआइ द्वारा नियुक्त प्रशांत कुमार करेंगे, जो कि एसबीआइ के पूर्व चीफ फाइनैंस ऑफिसर रहे हैं।