आरयू वेब टीम। भारतीय रेलवे ने नियमित यात्री ट्रेनों में 30 जून या उससे पहले यात्रा के लिए बुक किए गए सभी टिकट रद्द कर दिए हैं। साथ ही बुक किये गए सारे टिकटों के पैसे भी यात्रियों को रिफंड कर दिए गए हैं। रेलवे के एक आदेश में कहा गया है कि एक मई से आरंभ की गई श्रमिक विशेष ट्रेन सेवा और 12 मई से शुरू की गई विशेष ट्रेनों का संचालन जारी रहेगा।
वहीं ये भी बताया है कि जो टिकट रद्द किए गए हैं, वे लॉकडाउन की अवधि में उस समय बुक कराए गए थे, जब रेलवे ने जून में यात्रा के लिए बुकिंग की अनुमति दी थी। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए बंद के कारण 25 मार्च से रेलवे ने नियमित मेल, एक्सप्रेस, यात्री एवं उपनगरीय सेवाएं निलंबित कर दी थीं। इससे पहले, नियमित ट्रेनों के लिए सभी बुकिंग 17 मई तक रोक दी गई थीं। रेलवे ने कहा है कि इस दौरान एक मई से शुरू होने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनें और 12 मई से चल रहीं विशेष ट्रेनों का संचालन जारी रहेगा।
वहीं रेलवे ने आइआरसीटीसी वेबसाइट पर टिकट बुक कराने वाले सभी यात्रियों के गंतव्य स्थलों के पतों का रिकॉर्ड रखना शुरू कर दिया है, ताकि यदि बाद में उनमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होती है तो उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर गंतव्य स्थल के पते को शामिल करने का प्रावधान 13 मई से किया गया है।
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रेलवे के प्रवक्ता आर डी वाजपेयी ने कहा, ’13 मई से आइआरसीटीसी टिकट बुक करा रहे सभी यात्रियों के गंतव्य स्थलों का पता ले रहा है। यदि बाद में आवश्यकता पड़ी, तो यात्रियों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने में इससे मदद मिलेगी।’
उन्होंने कहा कि यह निकट भविष्य में भी लागू रहेगा। वाजपेयी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए यात्रियों को किसी भी बुकिंग के लिए अपने पते की जानकारी मुहैया करानी होगी। इससे पहले, ट्रेनों में यात्रा करने वाले कम से कम 12 लोग बाद में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।