आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हालही में श्रमिको को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फैसले पर बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हमला बोला है। साथ ही प्रियंका ने सीएम योगी से सवाल किया है कि क्या सरकार श्रम को बंधुआ बनाएगी?
प्रियंका गांधी ने आज सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट कर योगी सरकार के फैसले को निशाने पर लेते हुए कहा कि ‘श्रमिकों की मदद करने के बजाय उत्तर प्रदेश सरकार का एक हैरतअंगेज फैसला आ गया कि, श्रमिकों को उनकी अनुमति के बिना कोई श्रम के लिए नहीं ले जा सकेगा। क्या सरकार श्रम को बंधुआ बनाएगी? क्या सरकार श्रमिकों से उनके संवैधानिक अधिकार को खत्म करना चाहती है?’
वहीं अपने एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस महासचिव ने कहा कि, ‘श्रमिकों के मुद्दे को संवेदना के साथ हल करना होगा। इसके लिए हम सब राजनीति को परे रख के मदद करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अंहकार व राजनीति से उनकी समस्याओं को और बढ़ाने के इस प्रयास को हम सफल नहीं होने देंगे।’
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वहीं इससे पहले प्रियंका ने बस विवाद में गिरफ्तार कांग्रेस के यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के समर्थन में संघर्ष का ऐलान किया था। मंगलवार को प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके लिखा, ‘यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने संघर्षशील श्रमिक जीवन बिताकर राजनीतिक मुकाम हासिल किया है।’ उन्होंने कहा, ’19 मई को यूपी सरकार ने जिस दुर्भावना के साथ उन्हें जेल में डाला है, वो साफ दर्शाता है कि विपक्ष के सकारात्मक सेवाभाव को यूपी सरकार द्वारा ठुकराया और दबाया जा रहा है।’
बताते चलें कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 के साथ बैठक में ये फरमान जारी किया था कि कोई भी राज्य बिना यूपी सरकार के इजाजत के मजदूरों को बुला नहीं सकता है।