आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। एक ओर अफसर कोरोना से लोगों की जिंदगी बचाने के लिए तमाम दावें कर रहें हैं तो वहीं रविवार को राजधानी लखनऊ में कोरोना के रिकॉर्ड 392 नए मामले सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। सोमवार को विधायी-न्याय एवं ग्रामीण अभियंत्रण मंत्री ब्रजेश पाठक ने विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में लखनऊ के वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में अफसरों से उनकी तैयारी जानने के बाद ब्रजेश पाठक संतुष्ट नहीं नजर आएं। इसके बाद उन्होंने लखनऊ के चर्चित सीएमओ नरेंद्र अग्रवाल को प्रतिदिन कोविड-19 के अस्पतालों का निरीक्षण कर जो भी कमी पायी जाती है तो उसका तत्काल निस्तारण करते हुए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। साथ ही मरीजों के खान-पान की व्यवस्था, सफाई एवं दवाओं की उपलब्धता बनाये रखने की हिदायत दी।
कंट्रोल रूम में तत्काल रिसीव हो फोन
कैबिनेट मंत्री ने सीएमओ कार्यालय में फैली अव्यवस्था पर भी नाराजगी जताते हुए कहा कि सीएमओ कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम को क्रियाशील बनाया जाए तथा कर्मचारी की नियमित ड्यूटी लगाएं, जो कि आने वाले कॉल को तत्काल उठाते हुए उसका समुचित जवाब दे।
कोरोना संक्रमित मरीजों की सूचना मिलते ही…
इसके अलावा कैबिनेट मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों की सूचना मिलते ही उसका पता लगाकर शीघ्र ही कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराना सुनिश्चित करें। साथ ही सीएमओ अपने ऑफिस के आइटी सेक्शन को अधिक प्रभावी बनाएं। कोरोना सैंपल के कन्साइन्मेंट को भी जल्द से जल्द आवंटित करें, जिससे कि जांच जल्दी हो सके। उन्होंने पैरामेडिकल स्टाफ की कमी दूर करने तथा एम्बुलेंस एवं बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये।
पूरे लखनऊ को कराया जाए सेनेटाइज
वहीं बैठक में मौजूद नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी को निर्देश देते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा कि पूरे लखनऊ को सेनेटाइज कराया जाए। साथ ही सभी वार्डों की नियमित रूप से सफाई कराने का निर्देश दिया है ताकि कोरोना संक्रमण को रोका जा सके।
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इसके अलावा नगर आयुक्त से कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सभी वार्डों के पार्षदों के साथ बैठक कर उनके वार्डों में जो व्यक्ति कोरोना से पीड़ित हो उनकी सूचना तत्काल उपलब्ध कराएं ताकि उनका उपचार शीघ्रता से हो सके। उन्होंने जनता में भी कोविड-19 के प्रति जागरूकता लाने पर विशेष बल दिया है।
बैठक में सीएमओ व नगर आयुक्त के अलावा पुलिस कमिश्नर सुजीत कुमार पाण्डेय व डीएम अभिषेक प्रकाश भी मौजूद रहें।
उल्लेखनीय है कि यूपी में सबसे ज्यादा हाल राजधानी लखनऊ के खराब हैं। रविवार को लखनऊ में 392 नए मामले मिलें थे, संभवत: यह पहली बार है जब यूपी के किसी भी शहर में सिर्फ 24 घंटों में इतने अधिक कोरोना संक्रमित मिलें हों। साथ वर्तमान में लखनऊ में सबसे ज्यादा कोरोना के 2509 सक्रिय मरीज हैं। दूसरे नंबर पर गाजियाबाद है, यहां 1332 कोरोना के एक्टिव केस है।