बोले अखिलेश, भाजपा सरकार में पत्रकारों के कर्तव्‍य को भी पुलिस मान रही अपराध, चौथे स्तम्भ को कमजोर करने का प्रयास नहीं किया जाएगा स्‍वीकार

अखिलेश यादव
फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश में पत्रकारों के साथ बढ़ रही घटनाओं को लेकर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। सोमवार को अपने एक बयान में अखिलेश ने कहा है कि भाजपा सरकार में पत्रकारों को पुलिसिया र्दुव्यवहार का शिकार बनाया जा रहा है। पत्रकारों के कर्तव्‍य को भी पुलिस अपराध मान रही है।

हमला जारी रखते हुए अखिलेश ने कहा कि राजधानी लखनऊ में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान प्रतिष्ठित पत्र के संवाददाता के साथ गलत व्‍यवहार किया गया। वहीं अब ताजा मामला संभल से सामने आया है जहां ‘बीबीसी’ के संवाददाता को बहजोई थाना प्रभारी से मिलने के दौरान हवालात में डाल दिया गया।

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सपा अध्‍यक्ष ने आगे कहा कि यह लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संविधान में दिए गए अधिकार पर आघात है। देश के चौथे स्तम्भ को कमजोर करने का कोई भी कुत्सित प्रयास सपा स्‍वीकार नहीं करेगी।

योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने आज यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार भ्रम, संशय और दिशाहीनता की शिकार है। कानून-व्यवस्था हो या कोरोना महामारी, स्थितियां उसके नियंत्रण में नहीं हैं। प्रशासनिक मशीनरी अंधेरे में हाथ-पांव मार रही, जबकि जनहित की योजनाएं तथा विकासकार्य ठप्प पड़े हैं।

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अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि हालात यह है कि मुख्यमंत्री जी के आश्‍वसनों के अंबार लग गए हैं, लेकिन उन पर अमल से सभी बच रहे हैं। जनता बुरी तरह परेशान है।