आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हैदराबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी से पास आउट होने वाले युवा आईपीएस अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने नए आइपीएस अफसरों को सिंघम न बनने की सीख दी।
प्रधानमंत्री ने अजय देवगन की फिल्म ‘सिंघम’ का जिक्र करते हुए आइपीएस अफसरों को सीख देते हुए कहा कि ”कुछ पुलिस के लोग जब पहले ड्यूटी पर जाते हैं तो उनको लगता है कि मेरा रौब मैं पहले दिखा दूं, लोगों को मैं डरा दूं। मैं लोगों में अपना एक हुकुम छोड़ दूं और जो एंटी सोशल एलिमेंट हैं वो तो मेरे नाम से ही कांपने चाहिए। ये जो सिंघम वाली फिल्में देखकर बड़े बनते हैं, उनके दिमाग में ये भर जाता है और उसके कारण करने वाले काम छूट जाते हैं।” पीएम ने कहा, ”खाकी से रौब नहीं, खाकी से गर्व होना चाहिए।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘सामान्य मानवीय पर प्रभाव पैदा करना है या सामान्य मानवीय में प्रेम का सेतु जोड़ना है, ये तय कर लीजिए। अगर आप प्रभाव पैदा करेंगे तो उसकी उम्र बहुत कम होती है, लेकिन प्रेम का सेतु जोड़ेंगे तो आप रिटायर हो जाएंगे तब भी, जहां आपकी पहली ड्यूटी रही होगी वहां के लोग आपको याद करेंगे कि 20 साल पहले ऐसा एक नौजवान अफसर आया था जो हमारी भाषा तो नहीं जानता था, लेकिन अपने व्यवहार से लोगों के दिलों को जीत लिया था, आप एक बार जनसामान्य के दिलों को जीत लेंगे तो उनका पुलिस के प्रति नजरिया अपने आप बदल जाएगा।”
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वहीं मोदी ने कहा कि वह एकेडमी से पास आउट होने वाले नए पुलिस अफसरों से नियमित तौर दिल्ली में अपने आवास पर मिलते रहे हैं, लेकिन इस बार कोरोना के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा, ”मैं दिल्ली में नियमित रूप से उन युवा आइपीएस अधिकारियों के साथ बातचीत करता हूं जो यहां से पास आउट होते हैं, लेकिन इस साल कोरोना के कारण, मैं आप सभी से मिलने में असमर्थ हूं, लेकिन मुझे यकीन है कि अपने कार्यकाल के दौरान, मैं किसी न किसी बिंदु पर आप सभी से अवश्य मिलूंगा।
एकेडमी के ‘दीक्षांत परेड’ समारोह में पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े रहे।